देहरादून। चिन्हीकरण सहित सात सूत्रीय मांगों के समाधान के लिए आंदोलनकारियों ने प्रदर्शन करते हुए धरना दिया। यहां उत्तराखंड राज्य निर्माण सेनानी मंच से जुडे हुए आंदोलनकारी कचहरी स्थित शहीद स्मारक में अध्यक्ष नंदाबल्लभ पांडेय के नेतृत्व में इकट्ठा हुए और वहां पर उन्होंने अपनी चिन्हीकरण सहित सात सूत्रीय मांगों के समाधान के लिए शासन-प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए धरना दिया। आंदोलनकारियों ने कहा कि लगातार शासन-प्रशासन द्वारा की जा रही उपेक्षा को सहन नहीं किया जायेगा और इसके लिए बड़ा आंदोलन चलाया जायेगा। इस अवसर पर मंच के अध्यक्ष नंदाबल्लभ पांडेय ने कहा कि उत्तराखंड राज्य निर्माण सेनानी का दर्जा आंदोलनकारियों को शीघ्र ही प्रदान किया जाना चाहिए और सेनानियों के आश्रितों को रोजगार में समायोजित किये जाने तथा सीमावर्ती जिलों से पलायन पर पूर्ण रूप से रोक लगाये जाने की जरूरत है। इस अवसर पर आंदोलनकारियों ने कहा कि सरकार को जगाने के लिए आंदोलन को तेज किया जायेगा और इसके लिए रणनीति तैयार की जायेगी। जिलों से पलायन पर पूर्ण रूप से रोक लगाये जाने और आंदोलनकारियों को दस प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण को शीघ्र ही प्रदान किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार, शासन-प्रशासन उनके हितांे के लिए गंभीर नहीं दिखाई दे रही है जिसके लिए चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जायेगा। उनकी मांगों पर शासन प्रशासन की ओर से किसी भी प्रकार का कोई गौर नहीं किया जा रहा है इस अवसर पर मंच के अध्यक्ष नंदा बल्लभ पांडेय, सरोज रावत, मनोहरी रावत, प्रभा वोरा, कमला थापा, इन्दु आहूजा, सुशीला भटट, विश्म्बरी रावत, पुष्पा रावत, हिमानंद बहुखंडी, संजय रौथाण, रजनी जोशी, माया बिष्ट, उर्मिला नेगी, अवतार सिंह नेगी, विजय सिंह बिष्ट, राकेश खंडूडी, मनोरमा कोटनाला, पुष्पा बहुगुणा, रावत, कीर्ति रावत, नीमा हरबोला, वीर सिंह, एम एस रावत, जानकी भंडारी सहित अनेक आंदोलनकारी मौजूद थे।