देहरादून। उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्व विघालय के कालेजों में फीस बढ़ोत्तरी एंव छात्रों के उत्पीड़न के विरोध में उत्तराखण्ड क्रांतिदल के कार्यकताओं ने आज घंटाघर स्थित इंद्रमणी बडोनी की प्रतिमा के समीप धरना प्रदर्शन कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन प्रेषित किया। धरने के दौरान दिये गये ज्ञापन के माध्यम से कहा गया है कि उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविघालय और उसके अधीन समस्त निजी कालेजों में कानून का शासन समाप्त हो गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन और उसके अधीन कालेज घोर अनियमितताओं तथा निरंकुशता के केन्द्र हो गये है। जिसके कारण छात्रों का लगातार उत्पीड़न हो रहा है तथा उनका भविष्य अंधकार मय है। बताया गया है कि पिछले वर्ष सरकार द्वारा मनमाने तरीके से फीस बढ़ा दी गयी थी जिसके खिलाफ छात्रों के अभिभावक उच्च न्यायालय गये और फिर उच्च न्यायालय की डबल बैंच ने कालेजों की बढ़ी हुई फीस वापस लौटाने के आदेश जारी किये थे। इसके बाद सरकार ने भी विश्व विघालय को आदेशों के पालन के निर्देश दिये लेकिन इस सब के बावजूद निजी कालेजों द्वारा छात्रों पर बढ़ी हुई फीस जमा कराने का दबाव बनाया जा रहा है। साथ ही छात्रों का उत्पीड़न किया जा रहा है। जिसके विरोध में छात्र विश्वविघालय प्रशासन के समक्ष अपनी मांग रख रहे है लेकिन उनकी सुनवाई सरकार व विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा नहीं की जा रही है। कहा गया है कि उत्तराखण्ड क्रांति दल इस मनमानी का विरोध करता है तथा मांग करता है कि सरकार व विश्वविघालय प्रशासन को उच्च न्यायालय के आदेशों का पालन करने के निर्देश दिये जाये। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष विजय कुमार बौड़ाई, सुनील ध्यानी, राजेन्द्र सिंह, फुरकान अहमद, धर्मेंद्र कठैत सहित कई लोग उपस्थित रहे।
Related Posts
January 10, 2025
0
मलिन बस्तियों के स्थायी समाधान तक नही उजड़ेगी किसी परिवार की छत: चौहान
January 10, 2025
0