देहरादून। जर्नलिस्ट्स यूनियन ऑफ उत्तराखंड की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में पत्रकारों की विभिन्न समस्याओं पर व्यापक विचार विमर्श किया गया। बैठक में यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष अरुण प्रताप सिंह ने छोटे और मझोले समाचार पत्रों को विज्ञापन आवंटन पर सूचना निदेशालय द्वारा भेदभाव पूर्ण नीति अपनाये जाने की आलोचना की। सदस्यों का कहना था कि केवल तीन चार अखबारों को ही विज्ञापनों का लाभ दिया जा रहा है। छोटे व मझोले समाचारपत्रों की उपेक्षा की जा रही है।इस सम्बंध में तय किया गया कि सूचना सचिव व मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर पत्रकारों की समस्याओं पर वार्ता की जायेगी। उज्ज्वल रेस्टोरेंट में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष अरुण प्रताप सिंह ने की। बैठक में पत्रकारों के मेडिकल सुविधा का मामला भी उठाया गया। सदस्यों का कहना था कि सभी पत्रकारों को अटल आयुष्मान योजना में जोड़ कर राज्य कर्मचारियो की भांति उन्हें भी यह सुविधा प्रदान की जानी चाहिये। इस मामले में यूनियन द्वारा एक ज्ञापन सूचना महानिदेशक को भेजे जाने पर सहमति जताई गयी । बैठक में यूनियन की स्मारिका प्रकाशन पर चर्चा हुई और इसके प्रकाशन को एक कमेटी गठित किये जाने पर सहमति जताई गई। बैठक में यूनियन के संगठन मंत्री चैत राम भट्ट ने देश भर के पत्रकारों का देहरादून में दो दिवसीय सेमिनार किए जाने का प्रस्ताव रखा। काफी विचार विमर्श करने के बाद तय किया गया कि सेमिनार में होने वाले खर्च का आकलन कर इसका पूरा प्रारूप अगली बैठक में रखा जाये। इसकी जिम्मेदारी संगठन मंत्री को सौंपी गयी है। बैठक में में प्रदेश महामंत्री उमा शंकर प्रवीण मेहता,ललिता बलूनी, द्विजेन्द्र बहुगुणा, गिरीश पन्त, संजीव पन्त,मोहमद शाह नजर, चैत राम भट्ट, एस पी उनियाल, विजय शर्मा,अशोक खन्ना,जाहिद अली, चेतन सिंह खड्का, संजय पाठक, विनोद सिंह पुन्डीर, विरेन्द्र दत्त गैरोला, धनराज गर्ग, विनय भट्ट अमित नेगी, समीना, अवनीश गुप्ता,कँवर सिंह सिद्धू, अभिनव नायक, सतीश कुमार ,प्रकाश कपरवाण आदि उपस्थित थे।