देहरादून। पुलिस महानिदेशक (अपराध एवं कानून व्यवस्था) अशोक कुमार की अध्यक्षता में सीपीयू की एस0ओ0पी0 में बढ़ाये जाने हेतु प्रस्तावित नये बिन्दुओं के दृष्टिगत पुलिस मुख्यालय के सभागार में गोष्ठी आयोजित की गई। नई एस0ओ0पी0 में सीपीयू को मुख्यत तीन बिन्दुओं दुर्घटना नियंत्रण, जाम नियंत्रण और अपराध नियंत्रण पर कार्य करने के लिये निर्देशित किया गया है। इन्फोर्समेण्ट में कम से कम 80 प्रतिशत प्रवर्तन की कार्यवाही डी0एल0 निलम्बन हेतु निर्धारित 06 बिन्दुओं (रेड लाईट जम्प,शराब पीकर वाहन चलाना,ओवर स्पीड,ओवर लोडिंग,मोबाईल का प्रयोग,भार वाहन में यात्रियों को वहन करने) के साथ-साथ ही स्टंट ड्राइविंग,बिना नम्बर प्लेट वाहन, गलत दिशा में वाहन चलाने,गलत तरीके से पार्किग वाहन वालों के विरूध की जाये। अपराध नियंत्रण में मुख्यत महिलाओं से छेड़ाखानी, चैन स्नैचिंग, बिना नम्बर प्लेट वाहन, संदिग्ध वाहनों की चेकिंग, अवैध असलाह चैकिंग एवं नाकाबन्दी में चेकिंग की कार्यवाही करेंगें। सीपीयू नो पार्किंग में पार्क किये गये वाहनों के विरूध कार्यवाही पर विशेष ध्यान देगें। सीपीयू स्कूल खुलने एवं बंद होने के दौरान यातायात व्यवस्था बनाने तथा जाम खुलवाने का कार्य करेगी। केवल खुराना पुलिस उपमहानिरीक्षक व निदेशक यातायात दवारा निर्देशित किया गया कि पुलिस अधीक्षक यातायात ,सीपीयू को आवंटित कैमरों तथा कम्पूटर में संग्रहित की गयी वीडियो रिकार्डिंग को प्रत्येक 15 दिवस की अवधि में बीमा करेंगे, वीडियो में छेड़छाड़ तथा कैमरों के खराब होने के सम्बन्ध में आवश्यक कार्यवाही करेंगें। पुलिस अधीक्षक यातायात परेड के दिन सीपीयू कर्मियों को डयूटी तथा जनता से व्यवहार के सम्बन्ध में 01 घण्टे का विशेष प्रशिक्षण देगें। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक,ऐसे स्थान जहाँ अपराध होते हैं, का नक्शा सीपीयू प्रभारी को उपलब्ध करायेंगे। सीपीयू की मोटर साईकिल पर लगाये गये जीपीएस को हेल्पलाईन 112 से जोड़ा जायेगा। सीपीयू, यातायात पुलिस से सम्बन्धित भ्रष्टाचार की शिकायतों के लिये यातायात निदेशालय की वेबसाईट पर ट्रैफिक कर्मियों के खिलाफ शिकायतें के नाम से कॉलम बनाया जायेगा। जिसमें पब्लिक के द्वारा यातायात, सीपीयू कर्मियों की भ्रष्टाचार सम्बन्धी शिकायतों को सीधे भेजा जा सकता है। आईआईएफएल समूह की नॉन-बैंकिंग फाईनेंस आर्म, इंडिया इन्फोलाईन फाईनेंस लिमिटेड एक चरणबद्ध महत्वपूर्ण नॉन-बैंकिंग फाईनेंशियल कंपनी है, जो सार्वजनिक जमा स्वीकार नहीं करती और यह होम एवं प्रॉपर्टी लोन, गोल्ड लोन, सिक्योरिटीज पर लोन, एसएमई बिजनेस एवं माईक्रो-फाईनेंस लोन के क्षेत्र में काम करती है।