लंदन। ईरान द्वारा ब्रिटेन का तेल टैंकर ‘स्टेना इंपेरो’ पकड़े जाने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। ईरान ने तेल टैंकर को छोड़ने की ब्रिटेन की अपील को नजरंदाज कर दिया है। रविवार को ईरान की सेना ने तेल टैंकर ‘स्टेना इमपेरो’ को पकड़े जाने का एक वीडियो जारी किया।वीडिय में दिख रहा है कि ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने शुक्रवार को होर्मुज जलडमरूमध्य में तेल टैंकर को चारों तरफ से घेरकर उस पर कब्जा किया था। इसके बाद ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय देशों ने ईरान से टैंकर को छोड़ने के लिए कहा था। लेकिन ईरान इसपर राजी नहीं हुआ है। ब्रिटेन ने खाड़ी में बढ़े तनाव को कम करने के लिए ईरान से उसके द्वारा जब्त किए गए ब्रिटिश टैंकर को छोड़ने की शनिवार को अपील की थी। ब्रिटेन ने कहा था कि ओमानी जलक्षेत्र में इस पोत को अवैध तरीके से जब्त किया जाना ‘पूरी तरह अस्वीकार्य’ कदम है।
थेरेसा मे ने बुलाई आपातकालीन बैठक
इस बीच ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे सोमवार को ब्रिटेन की आपात समिति की एक आपातकालीन बैठक आयोजित करेंगी, जिसमें ईरान के तेल टैंकर को ईरान से जब्त करने पर चर्चा होगी। डाउनिंग स्ट्रीट के प्रवक्ता ने बताया’मंत्रियों और अधिकारियों से इस घटना परअपडेट लेने के साथ फारस की खाड़ी में शिपिंग की सुरक्षा के रखरखाव पर भी इस मीटिंग में चर्चा होगी।’
फ्रांस और जर्मनी से चर्चा
वहीं ब्रिटिश विदेश सचिव जेरेमी हंट ने रविवार को खाड़ी में ब्रिटिश तेल टैंकर के ईरान द्वारा जब्त किए जाने के बाद अपने फ्रांसीसी और जर्मन समकक्षों से बात की। दोनों मंत्रियों ने विदेश सचिव के साथ सहमति व्यक्त की और कहा कि होर्मुज के जलडमरूमध्य(Homruz Strait) के माध्यम से जहाजों के लिए सुरक्षित मार्ग यूरोपीय देशों के लिए एक सर्वोच्च प्राथमिकता है, जबकि किसी भी संभावित वृद्धि से बचा जा सकता है।’ इस प्रकार दोनों देशों ने इस मामले पर सहयोग पर हामी भरी है।
ससे पहले ब्रिटेन ने कहा कि वह ईरान की गिरफ्त से अपने जहाज को मुक्त कराने के लिए सभी विकल्पों पर विचार कर रहा है। इसमें ईरान प्रतिबंध लगाने जैसे कदम भी शामिल हैं। ब्रिटेन की ओर से इस तरह के संकेत पर ईरान बिफर गया है। ईरान का कहना है कि ब्रिटेन ऐसा कोई कदम नहीं उठाए, जिससे स्थिति और जटिल हो जाए।
सुरक्षित हैं क्रू मेंबर: ईरान
ईरान ने कहा कि ‘स्टेना इमपेरो’ मामले की तेजी से जांच उसके क्रू मेंबर के सहयोग पर निर्भर करता है। होर्मोज्गन प्रांत बंदरगाह के महानिदेशक और मैरीटाइम अथॉरिटी अल्लाह-मोराद अफीफुर ने कहा, ‘ब्रिटिश तेल टैंकर के क्रू मेंबर स्वस्थ और सुरक्षित हैं। टैंकर एक सुरक्षित जगह पर हैं, जिसमें सभी क्रू मेंबर मौजूद हैं। उनकी सभी जरूरतें पूरी की जाएंगी, लेकिन टैंकर मामले की जांच की जाएगी और क्रू मेंबर इसमें सहयोग करेंगे तो यह जल्दी पूरी हो जाएगी।’
टैंकर को चार नौकाओं ने घेर रखा था। इस टैंकर पर कुल 23 क्रू मेंबर सवार थे। इनमें 18 भारतीयों के अलावा रूस, लातविया और फिलीपींस के नागरिक भी शामिल हैं। इस महीने की शुरुआत में ब्रिटिश रॉयल मरीन ने यूरोपीय कानून तोड़ने के आरोप में ईरान के एक टैंकर ‘ग्रेस’ को जिब्राल्टर से जब्त कर लिया था। इसके बाद ईरान ने भी ब्रिटेन को उसका तेल टैंकर जब्त करने की धमकी दी थी।