वाशिंगटन। संयुक्त राज्य अमेरिका में बंदूक नियंत्रण समूह ‘मॉम्स डिमांड एक्शन’ के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने व्हाइट हाउस के सामने बंदूक नियंत्रण कानून में सुधार की मांग की है। डेनवर के एक स्कूल में हुई स्कूली छात्रों द्वारा शुटिंग की घटना के बाद अब यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है। प्रदर्शनकारी अमेरिकी बंदूक कानून को सख्त करने की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अमेरिकी सांसदों से यह मांग की है कि इस कानून में त्तकाल सुधार हो। प्रदर्शनकारी पारंपरिक लाल टी शर्ट पहने हुए थे। वह मौजूदा बंदूक नियंत्रण कानून के खिलाफ नारे लगा रहे थे।
गौरतलब है कि पश्चिम अमेरिकी राज्य कोलोराडो की राजधानी डेनवर के एक स्कूली छात्र ने अन्य छात्रों और शिक्षकों को निशाना बनाते हुए अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दिया। इस फायरिंग में एक दर्जन लोग मारे गए थे, कई बच्चे गंभीर रूप से घायल हुए थे। इतना ही नहीं गत वर्ष अमेरिका के फ्लोरिडा राज्य में स्कूली छात्रों द्वारा फायरिंग में कई बच्चों की मौत हो गई थी। तब से इस कानून में बदलाव की सुगबुगाहट थी। लेकिन डेनवर की घटना के बाद लोग इस कानून के विरोध में सड़क पर उतर आए।
बता दें कि अमेरिका में 24 घंटे के भीतर सामूहिक गोलीबारी की तीन बड़ी घटनाएं हुईं हैं। इसमें करीब 37 लोगों की जान गई और दर्जनाें घायल हैं। अल पासो के एक वॉलमार्ट स्टोर में एक व्यक्ति द्वारा गोली चलाने से 20 लोगों की मौत हो गई, 26 लोग घायल हैं। तीसरी शुटिंग की घटना शिकागो में हुई। इस घटना में सात लोगों की जान चली गई। अल पासो के एक वॉलमार्ट स्टोर में एक व्यक्ति द्वारा गोली चलाने के बाद 20 लोगों की मौत हो गई और 26 अन्य घायल हो गए। तीसरी शूटिंग की घटना शिकागो में हुई और कम से कम सात लोगों के जीवन का दावा किया गया।