D.NEWS DEHRADUN :आज एस.सी.एस.टी.शिक्षक एसोसिएशन उत्तराखण्ड ने उत्तरांचल प्रेस क्लब देहरादून में अनुसूचित जाति -जनजाति शिक्षक एसोसिएशन उत्तराखण्ड के द्वारा प्रान्तीय महामंत्री जितेन्द्र सिंह बुटोइया ने निम्न बिन्दुओ पर सरकार से कार्यवाही करने की मांग की जो कि इस प्रकार है एसोसिएशन की मांग पर प्रत्येक विकासखंड में एस0सी0, एस0टी0 की समस्याओं एवं विवादों के निराकरण हेतु समिति गठित करने के शासनादेश जारी करने पर मुख्यमंत्री जी का आभार जताया।इससे ब्लाक की समस्याएं व विवाद ब्लॉक स्तर पर ही हल हो सकेंगे। तथा वर्ष 2012 से पदोन्नति में आरक्षण का मामला लंबित है जिससे इरशाद आयोग की रिपोर्ट सार्वजनिक नही की गयी, सुप्रीम कोर्ट और भारत सरकार के निर्देशों के बावजूद भी सरकार ने कोई कदम नही उठाया,जिससे इस वर्ग का प्रतिनिधित्व कम हो गया है। इस वर्ग में उपेक्षा का माहौल है। वर्तमान सत्र में इस पर संवैधानिक निर्णय लिया जाये। और विगत 70 वर्षों में आरक्षित श्रेणी के पद कभी भी शत प्रतिशत नही भरे गये।जिससे इस वर्ग का सभी विभागों में प्रतिनिधित्व बहुत ही कम हो गया है।अतः तत्काल विशेष भर्ती अभियान चलाकर बैकलॉग के पद भरे जाये। उच्च शिक्षा में 13 प्वाइंट रोस्टर का भी एसोसिएशन विरोध करती है और पूर्व की भांति 200 प्वाइंट से वर्तमान सत्र में अध्यादेश पारित करने की मांग करती है। प्रदेश में कनिष्ठ व वरिष्ठ शिक्षकों की वेतन विंसगति हेतु स्पष्ट आदेश की मांग करती है, ताकि वरिष्ठ को भी कनिष्ठ शिक्षक के बराबर वेतन मिल सके। तथा एसोसिएशन पूर्व में तदर्थ पदोन्नत प्रवक्ताओं को मौलिक नियुक्ति प्रदान करने की मांग करती है, जिससे उन्हें आर्थिक लाभ मिल सके। एसोसिएशन
मांग करती है कि प्रदेश के प्रत्येक विकासखंड में कक्षा 6से 12 तक भौतिक एवं मानवीय संसाधनयुक्त एक-एक आवासीय विद्यालय खोला जाये।
एसोसिएशन द्वारा पिछले एक वर्ष में 200 पत्र भारत सरकार के प्रधानमंत्री,राष्ट्रपति व उत्तराखंड के मुख्यमंत्री व राज्यपाल को प्रेषित किये है, परन्तु पदोन्नति में आरक्षण व बैकलाग को भरने पर कोई कार्यवाही नही की गयी जिससे आरक्षित वर्ग में रोष व्याप्त है। इस अवसर पर निम्न पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित रहे महामंत्री श्री जितेंद्र सिंह बुटोइया,संयुक्त मन्त्री श्री विजय बैरवाण,कार्यालय मन्त्री श्री राकेश कुमार,जिलाध्यक्ष देहरादून श्री शिवलाल रडवाल,जिलामंत्री श्री वीरेंदर सिंह,श्री सोहन लाल आदि।
ReplyForward
|