
देहरादून : (विकास नगर) मार्च माह के वेतन से वंचित शिक्षकों को अब अप्रैल माह का वेतन भी देरी से मिलने की चिंता सताने लगी है। शिक्षकों का कहना है कि फरवरी माह का आधे से अधिक वेतन आयकर भुगतान में कट गया। अब दो माह का वेतन देरी से आहरित होने पर उनके सामने आर्थिक संकट गहरा जाएगा। जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ ने बैठक कर सरकार से मार्च का वेतन जल्द मुहैया कराने और अप्रैल माह का वेतन मई के प्रथम सप्ताह तक भुगतान की व्यवस्था करने की मांग की है।
रविवार को जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ की बैठक में इस आशय की मांग सरकार से की गई। वर्चुअल बैठक में जूहा शिक्षक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष सुरेश नौटियाल ने कहा कि फरवरी माह का अधिकांश वेतन आयकर भुगतान के लिए कटने से शिक्षकों के सामने आर्थिक संकट गहरा गया है। मार्च माह का वेतन नहीं मिलने के कारण शिक्षक बैंक ऋण की किश्त जमा नहीं कर पाए हैं। इन दिनों शिक्षण संस्थानों में प्रवेश प्रक्रिया शुरु हो चुकी है। ऐसे में बच्चों के प्रवेश के लिए शुल्क जमा करने की समस्या भी उनके सामने खड़ी हो गई है। कई शिक्षकों के परिवार में बच्चों और रिश्तेदारों की शादियां हैं, ऐसे में इस समय पैसे की सबसे अधिक जरूरत होती है, लेकिन अप्रैल माह समाप्त होने की कगार पर आने के बावजूद अभी तक मार्च माह का वेतन आहरित नहीं किया गया है। ब्लॉक मंत्री कुशलमणि ने कहा कि 28 अप्रैल तक सभी सरकारी कार्यालय बंद होने के कारण इस माह के वेतन के बिल भी समय पर जिला मुख्यालयों तक नहीं पहुंच पाएंगे। ऐसे में अप्रैल के वेतन भुगतान में भी देरी की आशंका बनी हुई है। लगातार दो माह का वेतन देरी से जारी होने के कारण शिक्षकों के परिवार आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहे हैं। शिक्षकों ने मार्च माह का वेतन दो दिन में जारी करने और अप्रैल माह का वेतन मई के प्रथम सप्ताह तक आहरित करने की मांग सरकार से की है। बैठक में संघ के पूर्व जिलाध्यक्ष अनंत सोलंकी, संजय चौहान, महिपाल नेगी, अजय सैनी, सरिता बिंजोला, कमला पांडेय, महिपाल राठौर, राम नारायण रतूड़ी, राजपाल यादव, सरदार हरजिंदर सिंह, नरेश चौधरी आदि शामिल रहे।