D.NEWS देहरादून:नामी हाउसिंग सोसायटी डेवलपर्स विंडलास पर अवैध खनन का आरोप है। इस मामले में शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन ने विंडलास पर दो करोड़ 88 लाख 41 हजार 250 रुपये का जुर्माना लगाया है। एक सप्ताह के भीतर जुर्माना जमा न करने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।
हाउसिंग डेवलपर्स विंडलास पर अवैध खनन के आरोप लगे हैं। इस मामले में शासन ने जुलाई के प्रथम पखवाड़े में जांच के आदेश दिए थे। जांच रिपोर्ट में विंडलास के कुआंवाला स्थित हाउसिंग सोसायटी के पास बिना अनुमति 52 हजार 75 घनमीटर मिट्टी खोदे जाने की बात सामने आई। खनन नीति के अनुसार, निजी और सरकारी जमीन पर बिना अनुमति के मिट्टी और दूसरे उप खनिज की खुदाई नहीं कर सकते हैं। मगर, डेवलपर्स ने भारी मात्रा में मिट्टी को खोदकर परिसर में डंप किया। अपर जिलाधिकारी प्रशासन अरविंद पांडेय का कहना है कि जांच रिपोर्ट में अवैध खनन की पुष्टि हुई है। इस मामले में शासन के निर्देश पर जांच हुई थी। जांच रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी। जिसके बाद शासन ने नोटिस जारी कर कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा कि विंडलास डेवलपर्स को एक सप्ताह के भीतर जुर्माने की रकम जमा करने के आदेश दिए गए हैं। यदि समय पर जुर्माना अदा न किया गया तो कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उधर, पौने तीन करोड़ का नोटिस जारी होने के बाद विंडलास डेवपर्स के अधिकारी-कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है। कहीं मिट्टी बेचने का खेल तो नहीं
राजधानी में मिट्टी बेचने का भी खेल चल रहा है। कुछ माह पहले प्रशासन ने डाटकाली सुरंग के निर्माण में जुटी कंपनी को मिट्टी की कालाबाजारी करते पकड़ा था। उस दौरान कंपनी पर 15 लाख से ज्यादा का जुर्माना लगाया था। अब दूसरा प्रकरण विंडलास में मिट्टी से जुड़ा हुआ सामने आया है। ऐसे में साफ है कि दून में आरबीएम के बाद मिट्टी बेचने का कारोबार भी शुरू हो गया है।