
देहरादून: भारत के महानतम आध्यात्मिक गुरु स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि पर आज कृतज्ञ राष्ट्र उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। स्वामी विवेकानंद का निधन पश्चिम बंगाल के बेलूर मठ में 4 जुलाई, 1902 को मात्र 39 वर्ष की आयु में हुआ था। उनके गुरू रामकृष्ण परमहंस स्वामी विवेकानंद को ध्यान सिद्ध मानते थे। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और गृहमंत्री अमित शाह ने स्वामी विवेकानन्द को नमन किया। श्री नायडू ने कहा कि विवेकानंद जी सशक्त राष्ट्रवादी, दूरदर्शी विचारक, उत्कृष्ट वक्ता और असाधारण आध्यात्मिक गुरू थे। उन्होंने सार्वभौमिक भाईचारे और विश्व शांति को बढ़ावा देने का प्रयास किया। गृहमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद केवल एक व्यक्ति नहीं हैं, बल्कि एक अमर विचार और एक समृद्ध जीवन शैली हैं। उन्होंने युवाओं में नई चेतना जगाई और उन्हें मजबूत भारत के निर्माण में योगदान के लिए प्रेरित किया। सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। एक ट्वीट में श्री जावड़ेकर ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने विश्व को शांति और समानता का संदेश दिया और लोगों को प्रेरित किया।