♦️ अरोपी महिला की गिरपतारी हेतु राज्य के 04 जिलो चमोली, उत्तरकाशी, टिहरी तथा देहरादून से घोषित किया गया था ईनाम। बागेश्वर, पौड़ी और रुद्रप्रयाग से भी थी, वांछित।
♦️ आरोपी के विरुद्ध एक दर्जन से ज्यादा धोखाधड़ी के अभियोग हैं, चारों जिलों में दर्ज।
♦️ पिछले 02 वर्षो से उत्तराखंड के 07 जिलों की पुलिस के लिये बनी थी सिरदर्द। गैंगस्टर में भी थी वांछित।
♦️ पीड़ितों ने आरोपी की गिरफ्तारी पर एसएसपी एसटीएफ को दिया धन्यवाद।
देहरादून, (देवभूमि जनसंवाद न्यूज़) पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड महोदय द्वारा राज्य में ईनामी/ वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु चलाये जा रहे ’’आप्ररेशन प्रहार’’ के अनुपालन में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0, उत्तराखण्ड श्री आयुष अग्रवाल द्वारा अभियान को गम्भीरता से लेते हुये, अपनी टीमो को उक्त सम्बन्ध में टास्क अवंटित किये गये है। जिनका निकट पर्यवेक्षण श्री चन्द्र मोहन सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0 व श्री विवेक कुमार , पुलिस उपाधीक्षक, एस0टी0एफ0 द्वारा किया जा रहा है। उक्त के अनुक्रम में निरीक्षक श्री प्रदीप कुमार राणा के नेतृत्व में जनपद बागेश्वर, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, जनपद चमोली, उत्तरकाशी, टिहरी तथा देहरादून के विभिन्न थानों में करीब 15 अभियोगो में नामजद/ फरार/ वांछित /ईनामी अभियुक्ता मोनिका कपूर पत्नी श्री सन्दीप कपूर नि0 345 पंजाबी बाग, प्रगति अपार्टमेन्ट दिल्ली को गिरफ्तार किया गया। जिस पर उक्त 04 जनपदो से अलग-अलग कुल 61,500 /- रूपये का ईनाम घोषित किया हुवा था इन जनपदों में इस महिला के विरूद्व करीब 15 अभियोग पंजीकृत किए हुए है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा जानकारी देते हुए बताया कि अपराधी मोनिका कपूर जनशक्ति मल्टी स्टेट मल्टी परपज को-ऑपरेटिव सोसाईटी लि0 नामक कम्पनी की निदेशक थी, जिसका मुख्यालय राठी बिल्डिंग प्लाट न0 231/18ए बीना एन्कलेव नागलोई दिल्ली था। जिसके द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर उक्त कम्पनी बनाई तथा वर्श 2015 से उत्तराखण्ड राज्य के अलग-अलग जनपदों के विभिन्न तहसीलो / उपखण्डो में स्थानीय शिक्षित व बेरोजगार नवयुवको को कम्पनी मे कम्पनी का प्रचार करने व अन्य नवयुवको को जोडने व उनसे निवेश करने हेतु प्रेरित किया। जिससे स्थानीय बेरोजगार नवयुवक कम्पनी से जुड गये तथा आरोपी के अनुसार व आश्वासन पर कम्पनी के खातो में उनके बचत खाते/ आर0डी0 / एफ0डी0 व दैनिक बचत खाते आदि खुलवाये गये। जिनके द्वारा कम्पनी के खातो में धनराशि जमा कराई गई। जिनसे समय-समय पर धनराशि आहरित की जाती थी। जिससे स्थानीय व्यक्तियों को कम्पनी में खाता खोलने पर पुरा यकीन हो गया था। जब कम्पनी में व्यक्तियों का काफी धनराशि जमा हो गई और उनकी आर0डी0/ बचत पत्र का समय पूर्ण होने लगा तो वर्ष 2021 के अन्त में कम्पनी फरार हो गई।
धोखाधडी कर गबन की गई धनराशि:-
- जनपद उत्तरकाशी- 16 करोड लगभग।
- जनपद टिहरी- 1,25 करोड लगभग।
- जनपद देहरादून – 13 करोड लगभग।
- जनपद चमोली- 06 करोड लगभग। गिरफ्तार अभियुक्ताः-
- मोनिका कपूर पत्नी श्री सन्दीप कपूर नि0 345 पंजाबी बाग, प्रगति अपार्टमेन्ट दिल्ली
पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्तः-
- कम्पनी का पदाधिकारीरू- कपिल देव राठी
- कम्पनी का पदाधिकारीरू- पकॅज गम्भीर।
- कम्पनी का पदाधिकारीः- अनिल रावत। विशेष नोट– इस गैंग की मुखिया की गिरफ्तारी के पश्चात बड़ी संख्या में पीड़ित वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ श्री आयुष अग्रवाल जी से मिलकर उनका धन्यवाद दिया गया और एसटीएफ के द्वारा की गई कार्यवाही की प्रशंसा की
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीमः-
- उ0नि0 उमेष कुमार
- हे0का0 कैलाष नयाल
- हे0का0 विरेन्द्र नोटियाल
- हे0का0 अनूप भाटी
- हे0का0 चमन कुमार
- हे0का0 सन्देष
- हे0का0 अर्जुन रावत (विषेश योगदान)
- का0 अनिल कुमार