D.NEWS DEHRADUN गोपेश्वर, पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी की स्मृति में एक शिक्षक ने अपने गांव में पुश्तैनी जमीन पर अटल वाटिका बनाने का निर्णय लिया है। इसके तहत प्रथम चरण में अमरूद सहित विभिन्न फलदार प्रजाति के दो सौ पौधे रोपे गए हैं। यह वाटिका जंगली जानवरों, खासतौर पर बंदर व परिंदों के लिए भोजन का पर्याय बनेगी।
राजकीय इंटर कॉलेज पिपलीधार डांगर में प्रवक्ता जसवंत लाल पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन से खासे प्रभावित हैं। इसीलिए वाजपेयी के निधन के बाद जसवंत ने उनकी स्मृति में कुछ नया करने की ठानी। इसके लिए उन्होंने अपने गांव मैठाणा में खाली पड़ी पुश्तैनी जमीन और आसपास के क्षेत्र में अटल स्मृति वाटिका बनाने की शुरुआत की। यहां उन्होंने दो सौ से अधिक पौधे रोपकर इनकी सुरक्षा का जिम्मा ग्रामीणों को सौंपा है।
जसवंत कहते हैं कि आज जंगलों में भोजन की पर्याप्त व्यवस्था न होने के कारण जंगली जानवर आबादी में फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। यह वाटिका जानवरों की उदरपूर्ति में सहायक होगी। कहा कि वन विभाग को भी जंगलों में फलदार पौध रोपित करने चाहिए। जसवंत की मां शशि देवी, प्रेम लाल, गोपाल लाल, गुड्डू लाल, कैलाश, रविंद्र कुमार, मुन्ना लाल समेत कई ग्रामीणों ने उनके अभियान में निरंतर सहयोगी बनने का संकल्प लिया है।