D.NEWS DEHRADUN : यूपी के बुलंदशहर क्षेत्र में उत्तराखंड बोर्ड के हाईस्कूल व इंटर परीक्षाओं के फर्जी सर्टिफिकेट और अंकतालिका बनाने का गोरखधंधा सामने आया है। हल्द्वानी के महात्मा गांधी इंटर कॉलेज के नाम से जारी फर्जी सर्टिफिकेट और मार्कशीट का खुलासा तब हुआ, जब एक छात्र को सर्टिफिकेट मिलने के बाद उसने संबंधित कॉलेज में चेक कराया तो वहां उसका नाम ही नहीं था। अपने स्कूल के नाम से जारी जाली सर्टिफिकेट और अंकतालिका देखकर विद्यालय प्रबंधन भी हैरान है।
यह सनसनीखेज मामला शुक्रवार को तब सामने आया, जब यूपी के बुलंदशहर के खुर्जा तहसील में शिकारपुर निवासी मनीष कुमार ने अपने हाईस्कूल के सर्टिफिकेट के बारे में महात्मा गांधी इंटर कॉलेज से पता कराया तो उसका नाम कॉलेज में कहीं भी दर्ज नहीं था। मनीष ने बताया कि महात्मा गांधी इंटर कॉलेज हल्द्वानी से उसका ही नहीं, बल्कि 8-10 अन्य छात्रों के सर्टिफिकेट भी बनाए गए हैं। उसने बताया इसके लिए कथित शिक्षक देवेंद्र ने 8-10 छात्रों से 13-13 हजार रुपये प्रति छात्र लिए थे। इनमें दो छात्राएं भी शामिल हैं। जबकि महात्मा गांधी इंटर कॉलेज में ये सभी छात्र-छात्राएं पढ़ते ही नहीं हैं।
रिश्तेदार को भेजा स्कूल
मनीष के अनुसार, वह यहां इसलिए आया कि जिसने उनसे पैसा लेकर सर्टिफिकेट बनाये हैं, उसने कोई फर्जी काम तो नहीं किया। यही परखने के लिए वह स्कूल में अपना नाम जांचने के लिए आया था।
तीन साल से चल रहा है मार्कशीट का फर्जीवाड़ा
मनीष ने बताया कि उसकी जानकारी में है कि यह गोरखधंधा तीन साल से चल रहा है। पिछले साल भी कुछ और छात्रों को सर्टिफिकेट दिए गए थे। उनमें एक की सेना में नौकरी भी लग गई है। जबकि एक दिल्ली में प्राइवेट नौकरी कर रहा है। मनीष ने बताया कि वह और उसके साथी थाने में रिपोर्ट कराने गए थे। पुलिस ने उन्हें तीन दिन बाद आने को कहा है।
बिना परीक्षा दिये सर्टिफिकेट का सौदा किया
मनीष ने जानकारी दी कि वह और उसके साथी खेती करने वाले लोग हैं। हम लोग स्कूल में नियमित पढ़ाई नहीं कर सकते। हम लोग किसी देवेंद्र नाम के शिक्षक के संपर्क में आए थे। हमने देवेंद्र से कहा था कि वह कोई ऐसा स्कूल बतायें, जहां पढ़ाई के लिए जाये बिना परीक्षा देकर बोर्ड के सर्टिफिकेट मिल जाएं। इस बीच दो लड़के उनके पास पहुंचे और बिना स्कूल जाये और परीक्षा दिये सर्टिफिकेट देने का सौदा पक्का कर लिया।
अभी तक इस प्रकार का कोई मामला मेरी जानकारी में नहीं है। ऐसा कोई प्रकरण यदि सामने आएगा तो उसकी जांच कराई जाएगी। मामला पुख्ता होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
-डॉ. नीता तिवारी, सचिव, विद्यालयी शिक्षा परिषद रामनगर, उत्तराखंड
मनीष कुमार नाम के जिस छात्र का उत्तराखंड बोर्ड का हाईस्कूल का सर्टिफिकेट जारी हुआ, वह हमारे स्कूल का छात्र नहीं है। जिन अन्य नामों से सर्टिफिकेट की बात बताई है, वह भी हमारे स्कूल के नहीं हैं।
-एलडी पांडे, प्रधानाचार्य, महात्मा गांधी इंटर कॉलेज हल्द्वानी