देहरादून, D.NEWS : चमोली जिले के कर्णप्रयाग के सुनाली गांव में बादल फटने से पांच मकानों को क्षति पहुंची है। घर में सो रहे एक ही परिवार के चार लोग घायल हो गए हैं, जबकि चार मवेशी जिंदा दफन हुए हैं। घायलों को ग्रामीणों की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस बीच मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 48 घंटे संवेदनशील हैं। रविवार और सोमवार को भारी से बहुत भारी वर्षा के आसार हैं। आज तड़के सुनाली गांव के ऊपर फेरा तोक में बादल फटने से नाला उफान पर आ गया। नाले में मलबा पत्थर आने से पांच मकानों को क्षति पहुंची। घर में सो रहे ग्रामीण घायल हुए हैं। गांव के निवासी लक्ष्मण सिंह ने बताया कि ग्रामीणों ने ही रेस्क्यू कर मलबे में फंसे लोगों को निकलकर चिकित्सालय भेजा है। घायलों में दिनेश लाल, बीना देवी, सरिता सहित एक अन्य महिला शामिल हैं। जिलाधिकारी स्वाती एस भदौरिया ने बताया कि आपद राहत टीम मौके के लिए भेज दी गई है। इस गांव में 2013 में भी बादल फटने से तबाही हुई थी । ग्रामीण दहशत में हैं । तथा बारिश के दौरान गांव छोड़ सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं।
शनिवार को पौड़ी से लेकर पिथौरागढ़ और देहरादून से ऊधमसिंह नगर तक रुक-रुक कर बौछारें पड़ती रहीं। सड़कों पर मौसम का कहर जारी है। पहाड़ दरकने से प्रदेश में 115 से ज्यादा सड़कें बंद हैं। कुमाऊं पिथौरागढ़ जिले में थल-मुनस्यारी और तवाघाट- सोबला मार्ग भी बंद है। ऊधमसिंहनगर में भी बहला नदी ने कहर ढाना शुरू कर दिया है, तट पर बने तीन मकान बहाव की भेंट चढ़ गए। दूसरी ओर गढ़वाल मंडल में चार धाम यात्रा मार्गों पर मलबा आने का क्रम जारी है। टिहरी जिले में गंगात्री हाईवे करीब एक घंटे बाधित रहा। इसके अलावा यमुनोत्री हाईवे पर भी आवाजाही नहीं हो पा रही है।
रुद्रप्रयाग में केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग 107 रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड भीरी बांसवाड़ा के बीच बाधित हो रखा है। वहीं, यमुनोत्री हाईवे पर डाबरकोट, जंगलचट्टी, हनुमानचट्टी के पास भूस्खलन होने से पिछले 16 दिन से बंद है। उत्तरकाशी में लंबगांव मोटर मार्ग पर उत्तरकाशी के निकट पेड़ गिरने व भूस्खलन होने से मार्ग बंद है।