राज्य की इन खूबसूरत जगहों की सैर अब हेलीकाप्टर से करी जा सकेगी। उड़ान योजना के पहले चरण में राज्य में चार अक्तूबर से पांच स्थानों के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं शुरू होंगी। इसमें पिथौरागढ़, चिन्यालीसौड़, गौचर, हल्द्वानी, सहस्त्रधारा हेलीपोर्ट को शामिल किया गया है। इन सेवाओं के
उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजधानी आ सकते हैं। हवाई सेवाओं को शुरू करने को लेकर मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने शुक्रवार को सचिवालय में बैठक की और नागरिक उड्डयन विभाग को निर्देश दिए कि सभी
तैयारियां समय से पूरी कर लें।
बैठक में बताया गया कि क्षेत्रीय संपर्क योजना (उड़ान) के अंतर्गत हेलीकॉप्टर सेवाओं के लिए 14 वायुयान मार्गों और एयरलाइन ऑपरेटरों का चयन भारत सरकार ने किया है। नागर विमानन मंत्रालय (डीजीसीए) द्वारा इन सभी
हवाई सेवाओं के संचालन की देखरेख की जाएगी। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि पहले चरण में पिथौरागढ़, चिन्यालीसौड़, गौचर, हल्द्वानी, सहस्त्रधारा हेलीपोर्ट का संचालन शुरू किया जाए।
उन्होंने नागरिक उड्डयन विभाग को निर्देशदिए कि सभी तैयारियां समय से पूरी कर लें। पुलिस बल, फायर मैन की विशेष ट्रेनिंग और तैनाती सुनिश्चित करें। अवस्थापना सुविधाएं और उपकरण डीजीसीए द्वारा उपलब्ध कराए जाएंगे। हवाई सेवाओं के लिए राज्य सरकार एटीएफ पर छूट, रियायती दर पर बिजली और पानी, हवाई अड्डों पर निशुल्क सुरक्षा और अग्निशमन आदि सुविधाएं दे रही है।
बैठक में बताया गया कि उत्तराखंड पुलिस के 108 जवानों की तैनाती हैलीपैड और हैलीपोर्ट पर की जानी है। अलग-अलग चरणों में इनकी ट्रेनिंग ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी दिल्ली द्वारा दी जा रही है। डीजीसीए ने स्थल
का निरीक्षण कर रिपोर्ट मोका (मिनिमम ऑब्स्ट्रिक्शन क्लीयरेंस एल्टीट्यूड) को दे दी है। बताया गया कि पिथौरागढ़, चिन्यालीसौड़, गौचर में राज्य सरकार की एयर स्ट्रिप है। इसे हैलीड्रॉम के तौर पर विकसित किया जा रहा है, जबकि
सहस्त्रधारा में हैलीड्रॉम और हल्द्वानी में हैलीपैड पहले से ही उपलब्ध हैं। बैठक में अपर सचिव आर.राजेश कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।