देहरादून : कोरोना टीकाकरण को लेकर उत्तराखंड ने अपनी तैयारियां पुख्ता कर ली हैं। सभी जिलों में टीकाकरण का माइक्रो प्लान तैयार किया जा रहा है। हर बूथ पर एक दिन में लगने वाले सौ टीकों को स्वास्थ्य कर्मियों के नाम और बूथ पर तैनात कर्मचारियों के नाम फाइनल किए जा रहे हैं। पहले चरण में 94 हजार स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना का टीका लगना है। इसके लिए राज्य में 317 कोल्ड चेन प्वाइंट बनाए गए हैं। हर जिले में स्कूलों में टीकाकरण बूथ बनाए जाने हैं। सभी डीएम से बूथों का चिह्नीकरण कर रिपोर्ट देने को भी कहा गया है।
279 क्षेत्रों में आएगी दिक्कत
राज्य में 279 ऐसे क्षेत्र हैं, जहां आबादी को टीका पहुंचाना बड़ी चुनौती है। पुराने टीकाकरण अभियानों के आधार पर चिह्नित इन दुर्गम स्थानों की डीएम से रिपोर्ट मांगी गई है। कोरोना टीकाकरण के दूसरे चरण में साठ साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग और बीमार लोगों को टीके लगने हैं। ऐसे लोग राज्य के हर क्षेत्र में निवास कर रहे होंगे।
ऐसे में इन लोगों की पहचान कर उन्हें ऐसे स्थान पर एकत्र किया जाएगा, जहां कोल्ड चेन को मेनटेन रखते हुए टीकाकरण किया जा सके। ऐसे 279 क्षेत्र चुने गए हैं जहां टीका लगाना या लोगों को पहुंचाना मुश्किल हो सकता है। इसके अलावा श्रमिकों और झुग्गियों के लिए भी टीकाकरण का अलग से प्लान बनाया गया है।
वैक्सीन पहुंचाने में ड्रोन की मदद
नागरिक उड्डयन विभाग ने दुर्गम क्षेत्रों में वैक्सीन को पहुंचाने को ड्रोन की मदद लेने का प्रस्ताव दिया है। अंतिम फैसला स्वास्थ्य विभाग ने लेना है। टीकाकारण को स्कूलों को बूथ की तरह इस्तेमाल किया जाना है।
राज्य में टीकाकरण की मॉक ड्रिल
राज्य में शनिवार दो जनवरी से कोरोना टीकाकरण को मॉक ड्रिल होगी। इसमें तैयारियों को परखा जाएगा। केंद्र ने सभी राज्यों को टीकाकरण की तैयारियों की समीक्षा के साथ ही पूर्वाभ्यास के निर्देश दिए हैं। चार राज्यों के कुछ जिलों में पूर्वाभ्यास दो दिन पहले हो चुका है। कुछ राज्यों में पहली जनवरी को पूर्वाभ्यास हुआ। राज्य सरकार में दो जनवरी को मॉक ड्रिल होनी है। प्रभारी निदेशक स्वास्थ्य डॉ सरोज नैथानी ने बताया कि कोल्ड चेन मेनटेन करने के साथ ही बूथ तक लोगों को पहुंचाने, एसएमएस डिलिवर करने, टीकाकरण और उसके तीस मिनट तक बूथ में बिठाए रखने जैसे कार्यों का पूर्वाभ्यास होगा।
24 लाख आबादी को लगना है टीका
राज्य की 20 प्रतिशत आबादी को पहले चरण में टीकाकरण का आश्वासन केंद्र ने दिया है। ऐसे में अगले कुछ महीनों में 24 लाख के करीब आबादी को टीके लगाए जाने हैं। टीकाकरण पहले स्वास्थ्य कर्मियों, फिर बुजुर्ग, फिर बीमार लोगों का होगा।