D.NEWS DEHRADUN: दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कुछ व्यवस्थाएं भगवान भरोसे चल रही हैं। अब पैथोलॉजी का ही हाल लीजिए। यहां सामान की कमी के कारण जब-तब कोई न कोई जांच बंद हो जाती है। ताजा मामला टाइफाइड की जांच से जुड़ा है। यह जांच ठप है और अब बारी हेपेटाइटिस-सी की है। जिस तरह की स्थिति है यह जांच भी अब बस कुछ ही दिन तक हो पाएगी। ऐसे में मरीजों की मुश्किल बढ़ना लाजिमी है।
प्रदेश के सबसे बड़े चिकित्सालयों में शुमार इस अस्पताल में न केवल शहर, बल्कि पहाड़ के दूरस्थ क्षेत्रों और उप्र-हिमाचल के सीमावर्ती इलाकों से भी मरीज इलाज के लिए आते हैं। अस्पताल की प्रतिदिन की ओपीडी करीब डेढ़ से दो हजार के बीच रहती है। लेकिन, इन मरीजों को अपने मर्ज के साथ ही व्यवस्था से भी जूझना पड़ रहा है। हाल में टाइफाइड, मलेरिया और अन्य बीमारियों के बढ़ने से दून अस्पताल की पैथोलॉजी में 100 से 150 टाइफी डॉट और 150 एचसीवी जांचें हो रही हैं। लेकिन, जांच के लिए सामान खत्म होने से गुरुवार को टाइफाइड की जांच ठप हो गई।
मरीजों को 300 रुपये में बाहर निजी लैबों में जांच करानी पड़ी। जबकि, अस्पताल में यह जांच मात्र 50 रुपये की होती है। वहीं बीपीएल और एमएसबीवाई कार्डधारक की जांच निश्शुल्क होती है। वहीं, एचसीवी जांच बाजार में 800 और दून अस्पताल की लैब में 50 रुपये की होती है। इस जांच के भी बंद होने से मरीजों को बड़ी परेशानी उठानी पड़ेगी। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केके टम्टा का कहना है कि सामान खत्म होने की जानकारी है। डिमांड भी मिली है। सामान मंगवाया जा रहा है, जांचें बंद नहीं होने दी जाएंगी।