दून के शुभ भाटिया ने अल्कट्राज में तैराकी का बनाया रिकॉर्ड

दून के शुभ भाटिया ने अल्कट्राज में तैराकी का बनाया रिकॉर्ड

D.NEWS DEHRADUN दून के शुभ भाटिया ने सैन फ्रांसिस्को (कैलिफोर्निया) के अल्कट्राज आइलैंड में सबसे कम उम्र के भारतीय के रूप में तैराकी का रिकॉर्ड बनाया है। महज 16 साल के शुभ की इस उपलब्धि को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्डस ने भी सूचीबद्ध करते हुए उन्हें पुरस्कृत किया।

शुभ भाटिया जून में अपने परिवार के साथ सैन फ्रांसिस्को में छुट्टियां बिताने गए थे। उसी दौरान उन्होंने वाटर वर्ल्‍ड स्विम की ओर से आयोजित 1.8 मील लंबी ‘अल्कट्राज क्लासिक स्विम’ प्रतिस्पर्धा में हिस्सा लिया। उन्होंने करीब 40 मिनट में यह दूरी तय की।

शुभ के पिता रजनीश भाटिया वायु सेना में ग्रुप कैप्टन के पद पर नई दिल्ली में तैनात हैं। शुभ भाटिया पिता और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ वर्तमान में दिल्ली में ही रह रहे हैं और द एयर फोर्स स्कूल में 12वीं के छात्र हैं।

रजनीश भाटिया बताते हैं कि शुभ ने हमेशा स्वीमिंग पूल में ही तैराकी की, जबकि पहली बार वह ओपन वाटर में तैराकी के लिए उतरे। अल्कट्राज आइलैंड के इतिहास में कभी भी इतनी कम उम्र के किसी भारतीय प्रतिभागी ने हिस्सा नहीं लिया। यही वजह रही कि 24 जुलाई को इंडिया बुक रिकॉर्डस ने भी शुभ को पुरस्कृत करते हुए इस उपलब्धि को बतौर रिकॉर्ड दर्ज किया।

दून कैम्ब्रिज स्कूल में बुधवार को 14वीं तैराकी प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें प्रतिभागियों ने फ्री स्टाइल, बैक स्ट्रोक, ब्रेस्ट स्ट्रोक आदि स्पर्धाओं में अपनी प्रतिभा साबित की।

फ्री स्टाइल-1 में अनुज चपराना प्रथम, विक्की चपराना द्वितीय व विकास पंवार तीसरे स्थान पर रहे। फ्री स्टाइल-2 में अभिषेक त्यागी प्रथम, आर्यन भंडारी द्वितीय व सादिक रेहान तीसरे स्थान पर रहे। बैक स्ट्रोक के बालक वर्ग में अनुज चपराना को प्रथम स्थान मिला।

विक्की दूसरे व शिखर तीसरे स्थान पर रहे। फ्री स्टाइल बालिका वर्ग में वंशिका बिष्ट प्रथम व खुशी द्वितीय स्थान पर रहीं। ब्रेस्ट स्ट्रोक जूनियर वर्ग में अभिषेक त्यागी, अंडर वाटर सीनियर वर्ग में अनुज, ब्रेस्ट स्ट्रोक सीनियर वर्ग में विक्की, बैक स्ट्रोक बालिका वर्ग में वंशिका बिष्ट व गल्र्स फ्री स्टाइल में सृष्टि थापा विजयी रहीं।

ब्वायज रिले में मैक डॉनल्ड सदन प्रथम स्थान पर रहा। बालिका वर्ग में एंडीस सदन विजयी रहा। मेडले में किलिमंजारो प्रथम रहा। स्कूल की प्रधानाचार्य एचके छाबड़ा ने प्रतिभागियों का उत्साह बढ़ाया।

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