D.NEWS DEHRADUN : उत्तराखंड के हिमालयी बुग्यालों की शुद्ध हवा भी बिकने लगी है। हिमालयन फ्रेश एयर से भरे डिब्बे ऑनलाइन बिक रहे हैं। दस लीटर हवा के एक डिब्बे की कीमत करीब 800 रुपये है। वहीं छूट के साथ यह डिब्बा 550 रुपये में मिल रहा है। एक पैकिंग से 160 बार हिमालय की शुद्ध हवा ली जा सकती है। प्रदूषण की मार झेल रहे दिल्ली-एनसीआर में शुद्ध हवा के डिब्बों की काफी मांग है।
प्योर हिमालयन एयर नाम की वेबसाइट अपने डिब्बों में उत्तराखंड की हवा बेच रही है। उत्तराखंड के हिमालयी इलाकों से हवा को कंप्रेस कर खास किस्म की पैकिंग में भरा गया है। डिब्बे पर दर्ज जानकारी में कंपनी दावा करती है कि हवा उत्तराखंड के चमोली जिले के रूपकुंड और बागेश्वर जिले से लगते पिंडारी क्षेत्र से डिब्बाबंद की गई है। कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर कोई स्थायी पता या फोन नंबर नहीं दिया है। केवल ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट से ही इसकी डिलिवरी दे रही है।
दिल्ली से लेकर उत्तर प्रदेश तक मांग
दिल्ली, एनसीआर का इलाका प्रदूषण से सबसे अधिक जूझ रहा है। यही कारण है कि डिब्बों में बंद शुद्ध हवा की इन्हीं इलाकों में सबसे अधिक मांग है। देश के सबसे प्रदूषित शहरों में दिल्ली के बाद उत्तरप्रदेश के छह शहरों का नंबर आता है।
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लोगों को पसंद आ रहा
लोगों को शुद्ध हवा बेचने का यह तरीका काफी पसंद आ रहा है। वे इसे प्रदूषण से निपटने में सहायक करार दे रहे हैं। वेबसाइट पर हिमालयी शुद्ध हवा को लेकर लोगों की प्रतिक्रिया काफी सकारात्मक आ रही है।
शुद्ध हवा और ऑक्सीजन में अंतर
शुद्ध हवा में ऑक्सीजन, नाइट्रोजन के साथ दूसरे प्राकृतिक तत्व भी रहते हैं। इससे शरीर को ज्यादा ताकत और स्फूर्ति मिलती है। इसलिए इस तरह की डिब्बाबंद हवा को किसी भी वक्त सांस के जरिए शरीर में लिया जा सकता है। वहीं ऑक्सीजन के छोटे सिलेंडर अमूमन मेडिकल इस्तेमाल के लिए होते हैं।
विदेशों में खूब चल रहा कारोबार
शुद्ध हवा बेचने का यह कारोबार विदशों में खूब चलता है। चीन से लेकर पश्चिम के कई देशों में इस तरह की शुद्ध हवा की काफी मांग है। ऑनलाइन ऑर्डर कर आप दक्षिण प्रशांत महासागर से लेकर कनाडा और अलास्का के पहाड़ों की तक शुद्ध हवा का लाभ उठा सकते हैं।
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शुद्ध हवा कंप्रेस कर बेचने वाली कंपनी नहीं
उत्तराखंड सरकार जहां अपने यहां की प्राकृतिक संपदा से राज्य की आमदनी बढ़ाने के नए-नए जरिये नहीं ढूंढ पा रही है, वहीं निजी कंपनियां उत्तराखंड की हवा को बेचकर लाखों कमा रही हैं। उधर, राज्य कर विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर विनय ओझा के अनुसार, फिलहाल ऐसी किसी कंपनी की जानकारी उन्हें नहीं है, जो हिमालय की डिब्बा बंद शुद्ध हवा को कंप्रेस कर बेच रही हो।