देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना की दूसरी लहर युवाओं और बुजुर्गों के साथ ही बचपन पर भी हमला कर रही है। कुछ समय में ही शून्य से लेकर नौ वर्ष के बच्चों में संक्रमण के रिकॉर्ड मामले सामने आए हैं। इस स्थिति का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बीते 40 दिनों में ही 2584 संक्रमित बच्चे मिल चुके हैं। इन दिनों औसतन रोजाना 64 बच्चों में कोरोना होने की पुष्टि हो रही है। प्रदेश में रोज हजारों की संख्या में लोग संक्रमित मिल रहे हैं। ऐसे में अब छोटे-छोटे बच्चे भी सुरक्षित नहीं रहे। अब तक 0 से 9 वर्ष आयुवर्ग के 4718 बच्चे संक्रमित हो चुके हैं।
पूर्व तक संक्रमण की दर बच्चों में कम देखने को मिल रही थी। लेकिन वर्तमान में बच्चों में भी तेजी से कोविड वायरस का प्रसार हुआ है। एक अप्रैल तक जहां संक्रमित बच्चों की संख्या 2134 थी, वहीं दूसरी लहर में यह संख्या बढ़कर 4718 हो गई है। लंबे समय से स्कूल बंद हैं। इसके अलावा बाजार, पार्कों में भी बच्चों की आवाजाही कम हो रही है। ऐसे में संभावना है कि परिवार के बड़े सदस्य ही बच्चों के लिए कोरोना वायरस के वाहक बन रहे हों।
बच्चों में भी कोविड संक्रमण तेजी से फैल रहा है। स्कूल बंद हैं, ऐसे में संभावना है कि परिवार के लोगों से ही कोविड वायरस बच्चों तक पहुंच रहा हो। सुशीला तिवारी अस्पताल में आए कुछ बच्चों में सांस संबंधित समस्या भी देखने को मिली है।
डॉ.रितु रखोलिया, एसोसिएट प्रोफेसर (पीडियाट्रिक), राजकीय मेडिकल कॉलेज, हल्द्वानी