भारत में टनकपुर से पिथौरागढ़ के बीच निर्माणाधीन बारहमासी (ऑल वैदर) सड़क चौड़ीकरण कार्य में निकली मिट्टी से पड़ोसी देश सड़क का निर्माण किया जाएगा।
इस समय लोक निर्माण विभाग की परियोजना क्रियान्वयन इकाई (पीआईयू) की देखरेख में टनकपुर बैराज से ब्रहमदेव नेपाल तक 1.3 किलोमीटर मोटर मार्ग का निर्माण मैसर्स आरजी बिल्डवैल इंजीनियर्स लिमिटेड गाजियाबाद कर रही है। यह कार्य विदेश मंत्रालय और प्रधानमंत्री कार्यालय की सर्वोच्च प्राथमिकता में है तथा पीआईयू इकाई को इस कार्य को जल्द पूरा करने को कहा गया है।
मुसीबत यह है कि बरसात के कारण नेपाल में सड़क निर्माण के लिए मिट्टी उपलब्ध नहीं है। पीआईयू की ओर से भारत नेपाल सीमा पर टनकपुर बैराज से ब्रहमदेव नेपाल तक स्वीकृत सड़क निर्माण के लिए बारहमासी सड़क के डंपिंग जोन में डंप की गई मिट्टी को लाए जाने की अनुमति मांगी गई थी।
दो से तीन हजार ट्रकों में ढोई जाएगी मिट्टी जिलाधिकारी डा. अहमद इकबाल ने बताया कि खनन उप निदेशक को भारत से नेपाल परिवहन की जाने वाली मिट्टी की मात्रा और उस पर देय रायल्टी के आंकलन के निर्देश दिए गए हैं। खनन उप निदेशक की रिपोर्ट मिलने के बाद मिट्टी को नेपाल ले जाए जाने की अनुमति प्रदान कर दी जाएगी।
टनकपुर-पिथौरागढ़ के बीच निमार्णाधीन बारहमासी सड़क की कटिंग से निकलने वाला हजारों टन मलबे को डंपिंग जोन में जमा किया जा रहा है।
बावजूद इसके कई स्थानों में डंपिंग जोन में डंप मलबा स्थानीय लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन रहा है। ऐसे में नेपाल में सड़क निर्माण के लिए बारहमासी सड़क के डंपिंग जोन की मिट्टी जाने से स्थानीय लोगों को राहत मिलेगी। एडीएम हेमंत कुमार वर्मा ने बताया कि नेपाल में सड़क निर्माण के लिए दो से तीन हजार ट्रकों में मिट्टी ढोई जाएगी।