D.NEWS DEHRADUN : ये कहना है श्री विजय चौधरी जी का जो कि वाल्मीकि समाज मे अपनी एक अलग पहचान रखते है हमारे “वाल्मीकि समाज ” मे “एकता एवं संगठन ” की बहुत ही कमी है और इसी कारण से हम सब पिछड़े हुए ही है एंव दुसरे लोग फायदा उठा रहे हैं,, हम लोग ” जागरूक तो हुवे परन्तु ” सब अलग-अलग ” डफली ” बजा रहे हैं ” समाज के उध्दार और कल्याण आदि ” के भाव कम है और अपना ” निजी स्वार्थ ” ज्यादा से ज्यादा है एवं ” नाम ” सब चाहते हैं,,,पद ” सब चाहते हैं “,,, काम एवं समाज का उत्थान कम लोग ही जो जमीनी स्तर पर हकीकत में काम करने वाले है और कर रहै हैं,,,?? हम सब जब तक ” एक और संगठित ” नही होगें यह सब ” राजनैतिक पार्टीया ” हमारे समाज और समाज के ” वोटों ” का फायदा उठाते रहेंगे,,,?? समाज का भला करना है वास्तव मे तो सबको ” एकता और संगठित ” होना पडेगा,,,??? कई चापलुस भ्रष्ट नेता भी है जो समाज को समाज सेवा के नाम पर ” गुमराह ” कर रहै लुट भी रहै हैं??? सबसे अपील है कि ” समाज मे सच्ची निस्वार्थ सेवा करने वाले ” की पहचान करे और उसी ” संगठन एवं संस्थान ” से तन-मन-धन से जुड़े जो हकीकत में काम करने वाले है और कर रहै हैं,,, हम पानी भी पीते हैं तो देख कर ‘ ऐसे ही पहले देखो परखो जानो , समझो और तब उस पर विश्वास करों,,,,?? समाज को जगावो संगठित करो , अपना भला मत सोचो समाज का सोचे, समाज के लिए संघर्ष करे