D.NEWS DEHRADUN इस बार शिवरात्रि पर जलाभिषेक दो दिन होगा। नौ अगस्त को रात 10.45 बजे चतुर्दशी तिथि प्रारंभ होगी। अगले दिन शाम 7.08 बजे तक जलाभिषेक होगा। शिवरात्रि का व्रत नौ अगस्त को रखा जाएगा। कांवड़ मेले पर शिवरात्रि के दिन शिवभक्त अपने क्षेत्रों में जाकर आराध्य देव शिव को जलाभिषेक करते हैं। आईआईटी स्थित सरस्वती मंदिर के पुजारी आचार्य राकेश कुमार शुक्ल ने बताया कि इस वर्ष दो दिन शिवरात्रि का जलाभिषेक होगा। शिवरात्रि सर्वार्थ सिद्ध योग में आ रही है।
बताया कि निर्णय सिंधु के अनुसार रात्रि के आठवें मुहूर्त में शिवरात्रि का विशेष महत्व होता है। इसलिए शिवरात्रि का व्रत करना नौ अगस्त को शास्त्र सम्मत रहेगा। नौ अगस्त को रात 10.45 बजे से चतुर्दशी तिथि प्रारंभ हो रही है। दस अगस्त को शाम 7.08 बजे चतुर्दशी तिथि का समापन होगा। इसलिए नौ अगस्त को रात 10.45 बजे से जलाभिषेक प्रारंभ होगा जो अगले दिन की शाम तक चलेगा। बताया कि नौ अगस्त को व्रत किया जाएगा। इस दिन प्रदोष काल की पूजा का समय रात करीब नौ बजे तक रहेगा। शिवरात्रि में प्रदोष काल की पूजा का विशेष महत्व है। बताया कि शिवरात्रि में चार प्रहर की पूजा करने से धर्म,अर्थ, काम, मोक्ष चारों की प्राप्ति होती है। बताया कि भद्रा इस साल जलाभिषेक में बाधक नहीं होगी। जिस समय चतुर्दशी तिथि और जलाभिषेक का प्रारंभ होगा उसी समय भद्रा भी प्रारंभ हो जाएगी। लेकिन मिथुन राशि की भद्रा स्वर्ग लोक में होने से उत्तम रहेगा। चतुर्दशी तिथि दस अगस्त को पूरे दिन व्याप्त रहने से पूरे दिन जलाभिषेक चलता रहेगा।