D.NEWS DEHRADUN श्रीनगर जल विद्युत परियोजना से प्रभावित 25 गांवों के ग्रामीणों ने आज जमकर प्रदर्शन किया। आक्रोशित ग्रामीणों ने बुधवार को परियोजना बंद कराकर जमकर प्रदर्शन किया। उत्तराखंड संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच के संयोजक दौलत कुंवर के नेतृत्व में ग्रामीणों ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया।
प्रभावितों का आरोप है कि उनकी लंबित मांगों के खिलाफ उनको आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला। ग्रामीणों का कहना है कि शासन प्रभावितों को मुआवजा देने के निर्देश दिये थे, किंतु शासन के निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है। गौरतलब है कि अगर 320 मेगावाट की जल विद्युत परियोजना बंद हुई तो यूपी में बिजली का संकट गहरा सकता है। इस परियोजना से उत्तराखंड को इस समय मात्र 12 प्रतिशत बिजली मिलती है। परियोजना निर्माण के लिए लीज पर ली गई भूमि का मुआवजा, रोजगार, पैकेज, भवनों का मुआवजा, गुगली गांव के काश्तकारों का मुआवजा, मंजाकोट नाले पर मोटर पुल, गुगली तोंक में पैदल पुल, बांध की नहर को भू-वैज्ञानिकों द्वारा खतरा बताये जाने पर नहर के आस-पास के गांवों का विस्थापन आदि लंबित मांगें हैं।