D.NEWS DEHRADUN विकासनगर नए शासनादेश के तहत स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत संविदा कर्मियों की सेवाएं समाप्त किए जाने के विरोध में सीएचसी विकासनगर में विरोध-प्रदर्शन हुआ। संविदा कर्मियों ने स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ राज्य सरकार के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि सरकार ने उन्हें नौकरी से हटाकर उनके परिवार को सड़क पर ला दिया है। अब वो इस हाल में अपने परिवार को कैसे पालेंगे।दरअसल, सरकार से जारी शासनादेश में कहा गया है कि किसी भी महकमे में चतुर्थ श्रेणी और तकनीकी संवर्ग के पदों पर संविदा नियुक्ति से पहले शासन से अनुमति ली जाए। बिना अनुमति अगर कोई नियुक्ति होगी तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस पर स्वास्थ्य महानिदेशालय ने स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत सभी संविदा कर्मियों को हटाने के निर्देश दे दिए। कहा गया कि स्वास्थ्य विभाग में कोई भी संविदा कर्मी शासन की अनुमति से नहीं रखा गया है। ऐसे में इन कर्मियों की सेवाएं तत्काल समाप्त की जाएं। इसके बाद विकासनगर सीएचसी प्रभारी केके शर्मा ने अस्पताल में कार्यरत 35 संविदा कर्मियों की सेवाएं समाप्त करने के आदेश कर दिए। स्वास्थ्य विभाग की ओर से एकाएक सेवा समाप्ति से गुस्साए संविदा कर्मियों ने सीएचसी विकासनगर पर धरना-प्रदर्शन किया।
व्यापक स्तर पर आंदोलन को चेताया
सीएचसी विकासनगर में तैनात रहे संविदा कर्मियों ने कहा कि उनकी सेवाएं अचानक खत्म कर देने से उनके सामने गंभीर आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने संविदा कर्मियों को बीच मझधार में लटका दिया। उन्होंने चेताया कि अगर उनकी सेवाएं जल्द बहाल नहीं की गईं तो व्यापक स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। प्रदर्शन में राजेंद्र चौहान, सुनदास, रतनदास, सुजू सेमसन, रेखा, अनिता गैरोला, बलवीर तोमर, सुदीप थापा, हेमंत पंत, धर्मेंद्र, रतन, उर्मिला, गीता, सूरत और नरेश समेत कई संविदा कर्मचारी शामिल रहे।
इनका कहना है…
उच्चाधिकारियों के निर्देश पर संविदा कर्मियों को हटाया गया है। सीएचसी में चतुर्थ श्रेणी में मात्र एक कर्मचारी रेगुलर हैं और वह भी सेवानिवृत्त होने वाले हैं। अब तक पैंतीस संविदा कर्मी अस्पताल में काम करते थे। मगर, इनकी सेवा समाप्ति से अस्पताल में अव्यवस्था फैल सकती है।-डॉ. केके शर्मा, सीएचसी प्रभारी