D.NEWS DEHRADUN : परेड ग्राउंड स्थित संघर्ष स्थल पर गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान का आंदोलन शुक्रवार को 75वें दिन में प्रवेश कर गया। इस दौरान जन संगठनों की महा पंचायत आयोजित करने और मुख्यमंत्री कार्यालय को नैनीताल में भी खोलने के सरकार के निर्णय पर चर्चा की। आंदोलन से जुड़े नेताओं ने कहा कि नैनीताल में भी मुख्यमंत्री का एक कार्यालय खोला जाना गलत निर्णय है। अभियान इसकी कड़ी निंदा करता है। वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी मनोज ध्यानी ने कहा कि यह निर्णय गैरसैंण स्थाई राजधानी की मांग के बिंदु को भटकाने जैसा है। इस प्रकार के निर्णय से प्रदेश की जनता के धन का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार पहाड़ को क्षेत्र और भाषा के आधार पर बांटने का ख्वाब देख रही है। इसे कामयाब होने नहीं दिया जाएगा। अभियान ने कहा कि प्रदेश को बचाने हेतु सभी संगठनों को एक मंच पर आने का आह्वान किया गया है। इसके लिए दो दिसंबर को जन संगठनों की महा पंचायत का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर विक्रम सिंह रावत, आनंद प्रकाश जुयाल, संजय घिल्डियाल, यशवीर आर्य, एनएन भट्ट, चंद्रभानू भट्ट, लक्ष्मी प्रसाद थपलियाल, संजय थपलियाल, कृष्ण कांत कुनियाल, सुमन डोभाल काला, मदन सिंह भंडारी, प्रकाश चंद्र गौड़, शंकर पुरोहित, भुवन चंद्र जोशी आदि मौजूद रहे। उधर भाजपा के प्रांतीय मीडिया प्रमुख डॉ. देवेंद्र भसीन ने सरकार ने नैनीताल में मुख्यमंत्री शिविर कार्यालय खोलने का निर्णय जनता की सुविधा के लिए लिया है। यह सरकार के सुशासन व सत्ता के विकेंद्रीकरण की नीति का प्रमाण है, इसका विरोध समझ से परे है।