स्टैटिक ने सेंट्रल मॉल के साथ मिलकर देहरादून में ईवी चार्जिंग स्टेशन तैयार किया
स्टेटिक ने सेंट्रल मॉल के सहयोग से उत्तराखंड में प्रवेश किया सबसे पहले देहरादून के सेंट्रल मॉल में तेज गति वाला ईवी भी चार्जिंग स्टेशन पेश किया गया है
देहरादून, (देवभूमि जनसंवाद न्यूज़) नई दिल्ली: भारत के सबसे बड़े ईवी चार्जिंग नेटवर्क स्टेटिक ने हाल में पंजाब और राजस्थान में कई चार्जिंग स्टेशन से स्थापित करने के बाद अब उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में चार्जिंग स्टेशन पेश किया गया है। उल्लेखनीय है कि इसे यूनिसन सेंट्रियो मॉल के साथ मिलकर उनके परिसर में बनाया गया है।
इस चार्जिंग स्टेशन में 60 किलोवाट क्षमता का तेज डीसी चार्जर लगाया गया है। जो 80% एसओसी के साथ ई-कार को 40 मिनट में ही चार्ज कर सकता है। इसके अतिरिक्त 11-11 किलोवाट क्षमता वाले 4 पिलर- बेस्ड और पांच कंपैक्ट सर्कल-बेस्ट धीमी गति वाले एसी चार्जर भी लगाए गए है। तेज और धीमी गति के चार्जर भी लगाए गए है। तेज और धीमी गति के इन चार्जर्स का यह मेल भारत में उपलब्ध सभी प्रकार के इलेक्ट्रिक दो, तीन और चार पहिया वाहनों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके दून सिटी और आसपास के क्षेत्रों में सभी इलेक्ट्रिक वाहन स्वामित्व की चार्जिंग की जरूरते पूरी की जा सकती है। छुट्टियां बिताने के लिए देश में सर्वाधिक लोकप्रिय स्थानों में एक देहरादून में इस चार्जिंग स्टेशन की स्थापना को इस शांत आवासीय शहर में इलेक्ट्रिक वाहनों की गति के लिए बड़ा कदम माना जा सकता है।
स्टेटिक के को-फाउंडर और सीटीओ श्री राघव अरोड़ा ने कहा कई वर्षों से, देहरादून और आसपास के हिल स्टेशन न केवल अपने प्राकृतिक सौंदर्य और खूबसूरत दृश्यों के कारण प्रसिद्ध रहे है। बल्कि अपनी साफ हवा और बेहतर जीवनशैली के लिए भी उन्हें जाना जाता है। हांलकि, हाल के वर्षों में देहरादून को भी देश के सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में शामिल किया जाने लगा है। ऐसे में भारत सरकार यहां के लिए हरित स्थाई गतिशीलता को प्रोत्साहित कर रही है। भारत सरकार के इस दृष्टिकोण के समर्थन के लिए, इस चार्जिंग स्टेशन की स्थापना और उसके बाद पेट्रोल और डीजल आधारित आईसी वाहनों को छोड़कर ईवी के प्रयोग को मिलने वाले प्रोत्साहन से निसंदेह रूप से शहर और आसपास के क्षेत्रों में वायु प्रदूषण का स्तर कम करने में सहायता मिलेगी।
यूनिसन सेंट्रियो मॉल के सेंटर डायरेक्टर और बिजनेस डेवलपमेंट और कस्टमर सर्विस एसोसिएट विभाग के प्रमुख श्री नवल वेसावकर का कहना है। “फन, फ़ूड और फैशन की नई परिभाषा गढ़ते हुए सेंट्रियो ने सांस्कृतिक केंद्र के रूप में देहरादून निवासीयो और टूरिस्ट का एक समान रूप से दिल जीता है। चाहे दोस्त हो परिवार या फिर से पार्टी या सहकर्मी, सेंट्रियो के पास सभी के लिए कुछ ना कुछ है। यह अब भी ईवी यूजर्स के र्वर्ग तक भी फैल रहा है। स्टेटिक के साथ इस भागीदारी का उद्देश्य ईवी चार्जिंग सुविधाओं को आसानी से केवल सेंट्रियो मॉल में आने वाले लोगों तक पहुंचाना ही नहीं है, बल्कि शहर के केंद्र से गुजरने वाले किसी भी ईवी मालिक और चालक के लिए भी यह उपलब्ध रहेगी।
ईवी चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना और संचालन के लिए, स्टेटिक अपने फ्रेंचाइजी साथियों को व्यवसायिक रूप से सफल फ्रेंचाइजी बिजनेस मॉडल उपलब्ध कराती है। जिससे ई-व्हीकल की रोजमर्रा की चार्जिंग की जरूरत आसानी से पूरी की जा सकती है। भारत में निरंतर पर नए इलेक्ट्रिक वाहनों के आने से निवेशकों के आसपास अवसर होगा कि वे नए जमाने के इस ईवी चार्जिंग व्यापार का हिस्सा बन सके और सबसे पहले कदम बढ़ाने वाले को मिलने वाले फायदा भी ले सकें।
कंपनी के पास देश भर में 7000 पब्लिक, सेमी-पब्लिक और कैपिटिव चार्जर्स है। इनमें डीसी तेज चार्जिंग तकनीक वाले एक हजार से ज्यादा चार्जिंग स्टेशन भी शामिल है। यह सभी मॉल्स, हाईवे, हवाई-अड्डा, आवासीय और व्यावसायिक परिसरों होटलों और कार्यालय परिसर आदि में स्थापित किए गए है। कंपनी के अनुसार ईवी चार्जिंग को लेकर की जा रही इसकी पहल राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंट्स लिमिटेड (आरबीआईएल), इंडियन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड, जीएमआर और अन्य के प्रयासों के अनुरूप है। इस पहल का उद्देश्य आधुनिक तकनीकी मंचो का प्रयोग करते हुए ईवी चार्जिंग का मूल ढांचा खड़ा करना है। जिससे इलैक्ट्रिक वाहनों को चार्जिंग प्वाइंट्स आसानी से उपलब्ध हो सके।
स्टैटिक की स्थापना राघव अरोड़ा और अक्षित बंसल ने साल 2019 में की थी। यह एक महत्वकांक्षी टेक-फर्स्ट स्टार्ट-अप है। जो आज सार्वजनिक ईवी चार्जिंग स्टेशन का देश का सबसे बड़ा नेटवर्क तैयार करने की चुनौती दूर कर रहा है। उनका उद्देश्य भू-स्वामियों ईवी मालिकों और वाहन-निर्माताओं को शुरू से अंत तक सभी सेवा उपलब्ध कराना है। इसके अतिरिक्त, वे भारत का सबसे नई तरह का भी ईवी चार्जिंग नेटवर्क तैयार कर रहे हैं और प्रत्येक भागीदार को कंपनी के साथ आगे बढ़ने में सहायता भी कर रहे है।