देहरादून: (देवभूमि जनसंवाद न्यूज़) उत्तराखंड मेडिकल कालेज के छात्रों के धरने को 24 दिन हो गए हैं , आज सुबह कड़ी धूप में हम अपने कॉलेज परिसर में बैठे थे, जिन 5 छात्रों को कॉलेज हॉस्टल से सस्पेंड किया गया था वह अभी भी सस्पेंडेड है। हमारी कॉलेज प्रशासन से कोई शिकायत नहीं है, हम सभी बस यह चाहते हैं कि जिन छात्रों को सस्पेंड किया गया था उन सभी का सस्पेंशन रद्द कर दिया जाए।
24 दिन होने के बावजूद भी हमारी सरकार के कानों में जू तक नहीं रेंग रही, हम सभी छात्र अपनी पढ़ाई छोड़ कर धरने पर बैठे हुए हैं ,24 दिन एक बहुत लंबा समय होता है, एक भी दिन बिना रुके हम रोज शांतिपूर्ण तरीके से सरकार के सामने अपनी जायस मांग रख रहे हैं, लेकिन उत्तराखंड सरकार को बच्चों की भविष्य की कोई चिंता ही नहीं है। धरने के कारण हम पर जो मानसिक दबाव है, और इतनी भारी-भरकम फीस ने से जो आर्थिक दवाब बना कर रखा है, हम सब उस के तले दब चुके हैं।
सरकार का यह काम होता है कि वह आम लोगों की बात सुने और उनके कल्याण में काम करे, पर यहां तो उल्टा ही हो रहा है न हमारी बात सुनी जा रही है ,न कुछ काम किया जा रहा है। बस मुख्यमंत्री पर मुख्यमंत्री बदलने पर लगे हैं।
अब हमारी सारी आशाएं 24 तारीख को होने वाली कैबिनेट बैठक पर टिकी है। हम उम्मीद करते हैं कि उस दिन हमारे पक्ष में निर्णय लिया जाए और और हमारी भारी भरकम फीस जो कि पिछले 2 सालों से एक चिंता का विषय बनी हुई है उसे कम कर दिया जाए।