देहरादून। डेंगू संदिग्ध एक 22 वर्षीय युवती की शनिवार को मौत हो गई। मृतका श्रीदेवसुमन नगर चोर खाला की रहने वाली थी और परिजनों के अनुसार उसे डेंगू की पुष्टि हुई थी, जबकि स्वास्थ्य विभाग इसकी जानकारी होने से इन्कार कर रहा है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एसके गुप्ता का कहना है कि मृतका के घर टीम भेज जानकारी ली जाएगी। जानकारी के अनुसार, युवती पिछले चार दिनों से बीमार थी। उसे तेज बुखार, उल्टी आदि की शिकायत थी। परिजनों के अनुसार खून की जांच में डेंगू की पुष्टि हुई थी। शनिवार शाम तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर स्थानीय पार्षद संगीता गुप्ता व उनके पति अनुराग गुप्ता युवती को लेकर दून अस्पताल पहुंचे, लेकिन वहां भर्ती होने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया। खबर लगते ही कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना मृतका के घर पहुंचे और शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया। उन्होंने बताया कि मृतका के तीन छोटे भाई बहन हैं और घर में कमाने वाली वह अकेली थी। पिता बीमार रहते हैं और कभी कभार दिहाड़ी मजदूरी करते हैं।
पहाड़ व मैदान में पिछले दो दिन से लगातार बारिश हो रही है। इससे पारा करीब तीन से चार डिग्री लुढ़क गया है। बावजूद इसके डेंगू की बीमारी फैलाने वाले एडीज मच्छर की सक्रियता कम नहीं हुई है। शनिवार को देहरादून में 143 और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इसके बाद यहां पर डेंगू पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़कर 3417 हो गई है। वहीं टिहरी में 19 व पौड़ी गढ़वाल में 12 और लोग डेंगू की चपेट में आए हैं। इनका उपचार ऋषिकेश स्थित सरकारी अस्पताल में चल रहा है। राज्य में अब तक डेंगू के मरीजों की संख्या 53 सौ की संख्या को पार कर गई है।
बात अगर जनपदवार करें तो देहरादून में डेंगू का सबसे अधिक प्रकोप बना हुआ है। जुलाई में जहां सीमित क्षेत्र में डेंगू का मच्छर असर दिखा रहा था। वहीं अगस्त व सितंबर में एडीज मच्छर ने मैदान ही नहीं पहाड़ में भी तेजी से पैर पसारे और जगह-जगह कहर बरपाना शुरू किया। यही नहीं मच्छर के घातक होते स्ट्रेन ने अब तक बारह से अधिक मरीजों की जान भी ले ली है। हर रोज डेंगू के नए मामले सामने आने से स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ी हुई है।