नई दिल्ली। कर्नाटक में जेडीएस-कांग्रेस की सरकार गिरने के बाद भारतीय जनता पार्टी नई सरकार बनाने की कवायदों में जुट गई है। इसी को लेकर जगदीश शेट्टार, बसवराज बोम्मई, अरविंद लिंबावली समेत कर्नाटक बीजेपी के कई बड़े नेता आज दिल्ली पहुंचे हैं। ये सभी नेता आज दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात के दौरान कर्नाटक में नई सरकार बनाने की रणनीति को लेकर चर्चा की जा सकती है। माना जा रहा है कि इस मुलाकात में कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री के नाम पर भी फैसला हो सकता है।माना जा रहा है कि इस मुलाकात में कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री के नाम पर भी फैसला हो सकता है। कर्नाटक भाजपा के नेता अरविंद लिम्बावली ने दिल्ली पहुंचकर कहा कि ‘नई सरकार के गठन और रणनीति और कार्य योजना क्या होनी चाहिए, इसके लिए हम केंद्रीय नेतृत्व का मार्गदर्शन ले रहे हैं। हम 9.30 बजे अमित शाह, जेपी नड्डा और अन्य नेताओं से मिल रहे हैं। कर्नाटक में 23 जुलाई को कुमारस्वामी की सरकार गिरने के बाद भाजपा सरकार बनाने का दावा पेश करने वाली है। यह अंदाजा तो लगाया जा रहा है कि भाजपा के बीएस येद्दयुरप्पा की कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री बनेंगे लेकिन इसपर भाजपा आलाकमान की ओर से कोई फैसला नहीं आया है।कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस की सरकार (Congress-JD (S) coalition government) गिरने के बाद भाजपा ने सरकार बनाने की कोशिशें तेज कर दी हैं। सूत्रों की मानें तो भाजपा प्रमुख बीएस येद्दयुरप्पा जल्द ही सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं। ऐसे में भाजपा यदि राज्य की सत्ता में दोबारा लौटती है तो कर्नाटक के मुख्यमंत्री के तौर पर यह उनका चौथा कार्यकाल होगा। येदियुरप्पा ने कहा है कि वह सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात करेंगे। उसके बाद ही गवर्नर से मुलाकात करने के लिए जाएंगे। उन्होंने अगली रणनीति के लिए पार्टी विधायकों की बैठक बुलाई है। येदियुरप्पा ने अमित शाह को पत्र लिखकर कहा है कि पार्टी से मिले समर्थन के लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूं। दूसरी ओर राज्य में भाजपा कार्यकार्ताओं ने सरकार बनने की संभावनाओं को लेकर जश्न मनाना शुरू कर दिया है। नई सरकार के गठन की कोशिशों के बीच राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता बीएस येद्दयुरप्पा (BS Yeddyurappa) बेंगलुरु (Bengaluru) के चामराजपेट (Chamrajpet) में संघ कार्यालय पहुंचे। उन्होंने कहा कि मैं संघ परिवार के वरिष्ठ नेताओं का आशीर्वाद लेने आया हूं। मैं दिल्ली से आने वाले निर्देशों का इंतजार कर रहा हूं। इसके बाद कभी भी सरकार बनाने का दावा पेश किया जा सकता है।