नई दिल्ली। आतंकी फंडिंग के मसले पर फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) द्वारा पाकिस्तान को अल्टीमेटम दिए जाने पर सेना प्रमुख (Army Chief) जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) ने कहा कि पाकिस्तान पर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने का भारी दबाव है। पाकिस्तान को आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करनी ही होगी। हम चाहेंगे कि पाकिस्तान शांति बहाली की दिशा में काम करे। पाकिस्तान का ‘ग्रे लिस्ट’ में होना भी उसके लिए एक झटका है। बता दें कि एफएटीएफ ने पैरिस में अपनी पांच दिवसीय बैठक के बाद पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में बरकरार रखने का फैसला किया है। दुनिया भर में आतंकी फंडिंग पर नजर रखने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है। FATF ने कहा है कि यदि पाकिस्तान अपने लक्ष्य को पूरा करने में विफल रहता है तो ग्लोबल फाइनैंस इंस्टिट्यूशंस (वैश्विक वित्त संस्थान) अपनी कार्रवाई करें। बता दें कि पाकिस्तान ने लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिज्बुल मुजाहिद्दीन जैसे आतंकी संगठनों की फंडिंग पर रोक लगाने के लिए सौंपे गए 27 में से केवल पांच लक्ष्यों को ही पूरा कर सका है। यह पूछे जाने पर कि एफएटीएफ की चेतावनी के बाद क्या पाकिस्तान का रवैया वही रहेगा या आतंकी संगठनों के खिलाफ वाकई कार्रवाई करेगा। सेनाध्यक्ष ने कहा कि पाकिस्तान के ऊपर प्रेशर है। कार्रवाई उसी को करनी है। भारत का उससे कोई लेना देना नहीं है। एफएटीएफ के अल्टीमेटम पर पाकिस्तान को कार्रवाई करनी है। भारत यह चाहेगा कि पाकिस्तान इस अल्टीमेटम पर कार्रवाई करे और शांति बहाल करने की कोशिश करे। ग्रे लिस्ट में होना किसी भी देश के लिए बड़ा झटका है।
