नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) अपने दूसरे कार्यकाल में रविवार को चौथी बार ‘मन की बात’ (Man ki Baat) कार्यक्रम के जरिए लोगों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में दिवाली पर पटाखे छोड़ने के दौरान दूसरों की परेशानियों का ख्याल रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि इस दो अक्टूबर को सभी देशवासी सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ देशव्यापी अभियान का हिस्सा बनें। बता दें कि पिछली बार ‘मन की बात’ कार्यक्रम में भी उन्होंने सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक लगाने का संकल्प लेने का आह्वान किया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं को ई-सिगरेट के खतरे बताए और तंबाकू सेवन छोड़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी देश का भविष्य है जिसको नशे से बचाने के लिए सरकार ने ई-सिगरेट पर प्रतिबंध लगाया है। अधिकांश लोगों को ई-सिगरेट के खतरे के बारे में जानकारी नहीं है जबकि यह स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है। ई-सिगरेट में कई खतरनाक केमिकल मिलाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि तंबाकू का नशा छोड़ दें और ई-सिगरेट के बारे में कोई भी गलतफहमी नहीं पालें। प्रधानमंत्री ने लोगों से पर्यटन की अपील करते हुए देश की रैंकिंग में आए सुधार के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बीते वर्षों में देश के पर्यटन क्षेत्र में अभूतपूर्व सुधार हुआ है। प्रधानमंत्री ने लोगों से दिवाली पर पटाखे नहीं छोड़ने का आग्रह किया और इसे शांतिपूर्ण तरीके से मनाने की बात कही। प्रधानमंत्री ने स्वच्छता के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम कर रहे युवा रिपुदमन बेल्वी से भी टेलिफोन पर बात की और उनके कार्यों को सराहा। साथ ही सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने की सलाह दी। पीएम मोदी ने देशवासियों से आग्रह किया कि इस दो अक्टूबर वे सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ अभियान में भाग लें। पीएम मोदी ने संत मरियम थ्रेसिया के उल्लेखनीय कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि उनके कार्य पूरी मानवना के लिए मिसाल हैं। वेटिकन सिटी उन्हें उनके माहान कार्यों के लिए सम्मानित करने जा रहा है। पोप फ्रांसिस 13 अक्टूबर को उन्हें संत घोषित करेंगे। प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में टेनिस खिलाड़ी देनिल मेदवेदेव की तारीफ करते हुए कहा कि मैच में हार के बाद भी मेदवेदेव का हौसला काबिल-ए-तारीफ है। जीवन में हार-जीत मायने नहीं रखती है। मेदवेदेव के हौसले ने दुनिया का दिल जीता। उनकी जीत टूर्नामेंट के चर्चा के केंद्र में रही।प्रधानमंत्री ने कहा कि इन त्योहारों का असली आनंद तभी है जब चिराग तले छाया अंधेरा छठे और उजियाला फैले। हम वहां भी खुशियां बांटे जहां अभाव है। इस त्योहार कई गरीब परिवारों के चेहरे पर मुस्कान लाने का काम करें। प्रधानमंत्री ने विद्यार्थियों से भी आग्रह कि वे परीक्षा के दौरान होने वाले स्ट्रेस और इससे निपटने के अनुभवों को लिखें। प्रधानमंत्री ने देश वासियों को नवरात्रि की शुभकामनाएं दी। प्रधानमंत्री ने लोगों से गरीब लोगों को भी त्यौहारों में शरीक रने की अपील की। उन्होंने कहा कि हम सभी को त्यौहारों के मौकों पर जरूरतमंद लोगों की मदद करनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने लोगों से बेटियों के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित करने की भी अपील की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए प्रख्यात गायिका लता मंगेशकर को याद किया और उनसे बात की। प्रधानमंत्री मोदी ने लता मंगेशकर से टेलीफोन पर बातचीत करते हुए कहा कि आप उम्र में भी बड़ी हैं और काम से बड़ी हैं। वहीं लता मंगेशकर ने कहा कि आपके आने से देश तेजी से आगे बढ़ रहा है।