वाराणसी/मिर्जापुर। सोनभद्र में नरसंहार के पीडितों से मिलने जा रहीं प्रियंका गांधी को शुक्रवार की दोपहर मीरजापुर जिला प्रशासन ने हिरासत में ले लिया। इससे पूर्व वाराणसी ट्रामा सेंटर से प्रियंका का काफिला जैसे ही मीरजापुर के रास्ते सोनभद्र रवाना हुआ वैसे ही नारायणपुर के पास उनको रोक दिया गया। रोके जाने के विरोध में प्रियंका और कांग्रेसी नेता मौके पर ही धरने पर बैठ गए।
प्रियंका गांधी के सड़क पर ही धरना शुरु करने की सूचना के बाद प्रशासन के माथे पर बल पड़ गया और आला अधिकारियों की सक्रियता बढ़ गई। पुलिस प्रशासन प्रियंका संग कांग्रेसियों को निषेधाज्ञा लागू होने की जानकारी देकर धरना खत्म कराने के लिए मनाने में जुटा रहा। वहीं जानकारी होने के बाद मौके पर कांग्रेसियों का जमावड़ा भी शुुरु हाे गया, जबकि कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए दोपहर 12 बजे एसडीएम चुनार की गाड़ी पर हिरासत में लेकर प्रियंका गांधी को धरना स्थल से हटाया गया। हिरासत में लेने के बाद उनको मीरजापुर जिला प्रशासन ने चुनार किला स्थित डाक बंगले में भेज दिया।
नई दिल्ली से वाराणसी आने वाले इंडिगो एयरलाइंस के विमान 6इ906 से प्रियंका गांधी वाड्रा सुबह 9:50 बजे वाराणसी एयरपोर्ट पहुंचीं। प्रियंका गांधी वाड्रा ने बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट पर पहुंचते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और एयरपोर्ट से वह सीधा ट्रामा सेंटर रवाना हो गईं।दरअसल प्रियंका गांधी सोनभद्र नरसंहार में गंभीर रुप से घायलों से मिलने ट्रामा सेंटर पहुंचीं। प्रियंका के पहुंचने से पहले ट्रामा सेंटर छावनी में तब्दील कर दिया गया और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई। प्रियंका ने कहा कि घायल परिजन दिनेश को देखा और पूछी कहां चोट लगी है, घायल ने बिना अपनी चोट दिखाई तो दिनेश के पिता से हालचाल और इलाज के बारे में पूछा।
उसके बाद प्रियंका ने घायल जयप्रकाश से और पिता संतलाल की तरफ देखा और कहा कि घबराइए मत जल्द ही ठीक हो जाएगा तो संतलाल ने घायल पत्नी सुखवंती को दिखाते हुए कहा कि पत्नी है, कहते हुए गला रुंध गया।प्रियंका ने ढांढस देते हुए कहा कि पूरी मदद होगी आपलोगों की। घायल महेंद्र के भाई नंदलाल से भी प्रियंका ने पूछा कि कोई दिक्कत तो नही है आप लोगों के इलाज में। घायल नागेंद्र से मिलने के बाद प्रियंका कुछ देर वार्ड में घायलों को देखती रहीं। परिजन भी उम्मीद लगाए देख रहे थे कि प्रियंका जी कुछ मदद की घोषणा करेंगी लेकिन प्रिंयका अपनी भावनाओं को अंदर लिए वार्ड से बाहर निकल गर्इं।