देहरादून : उत्तर प्रदेश के बदायूं में गैंगरेप घटना ने लोगों को अंदर तक हिलाकर रख दिया है। रेप के साथ ही पीड़िता के साथ जिस तरह की दरिंदगी हुई वह इंसानियत को शर्मसार करने वाली है। इस बीच गुरुवार को राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य चंद्रमुखी देवी बदायूं पहुंची। उन्होंने पीड़िता के परिवार से मुलाकात से पहले एसएसपी के साथ बैठक कर पूरे मामले की जानकारी ली।
चंद्रमुखी देवी ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ शुरू से ऐसी घटनाओं के सख्त खिलाफ हैं। हमें विश्वास है कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। गौरतलब है कि राष्ट्रीय महिला आयोग ने बदायूं गैगरेप केस सामने आने के बाद तुरंत इस घटना का संज्ञान लिया है। आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कल ही आयोग की एक सदस्य के बदायूं जाने के बारे में जानकारी दी थी। आयोग की सदस्य चंद्रमुखी देवी देखेंगी कि महिला से गैंगरेप के मामले में कार्रवाई ठीक से हुई है या नहीं। अगर हुई है तो कितनी़?
बदायूं में राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य आने की खबर से कल से ही पुलिस विभाग में खलबली मची थी। इस मामले में पुलिस ने अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी पुजारी पुलिस की गिरफ्त से अब तक फरार है।
लापरवाही में इंस्पेक्टर सस्पेंड
यूपी के बदायूं जिले में महिला से गैंगरेप के बाद हुई हैवानियत के मामले पुलिस लगातार फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है। पुलिस ने महंत के चेले और ड्राइवर को गिरफ्तार लिया है। मामले में इंस्पेक्टर रावेंद्र प्रताप सिंह की खुली लापरवाही सामने आई। इस पर एसपी देहात सिद्धार्थ वर्मा और सीओ बिल्सी अनिरुद्ध सिंह प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी ने थानेदार को निलंबित कर दिया।
ये है पूरा मामला
यूपी के बदायूं जिले के उघैती में पूजा करने गई 50 वर्षीय आंगनबाड़ी सहायिका की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला के गुप्तांग में रॉड जैसी कोई चीज डालने का मामला सामने आया था। उसकी बाईं पसली, बायां पैर और बायां फेफड़ा भी वजनदार प्रहार से क्षतिग्रस्त कर दिया गया। महिला की मौत की वजह अधिक रक्तस्राव व सदमा लगने से होना सामने आई थी तो पुलिस महकमे पर सवाल उठने लगे। इस घटना से पुलिस महकमे की जमकर छीछालेदर हुई।