आप की सक्रियता से भाजपा कांग्रेस में गलबली।
बीजेपी कोंग्रेस एक सिक्के के दो पहलू- रविन्द्र सिंह आनन्द
देहरादून : बरसात के कारण पूरे प्रदेश में नदी नाले उफान पर है। और पूरे प्रदेश में कही पहाड़ खिसक रहे है तो कही बस्तियों में पानी का सैलाब उमड़ रहा है। वही उतराखण्ड की राजधानी कहा जाने वाला देहरादून भी इस प्रकृतिक आपदा से अछूता नही रह गया है। देहरादून में बहने वाली रिष्मना व बिंदाल के किनारे बसी हुई बस्तियां नदियों के बहाव से सबसे अधिक प्रभावित हो रही है।अक्सर बरसात के कारण पानी लोगो के घरों में घुस कर जानोमाल का नुकसान कर रहा है।पर इन क्षेत्रों से विधयक या मंत्री मूकदर्शक बने जनता का नुकसान होते देख रहे है।
ऐसा ही एक मामला पिछले दिनों केंट विधानभा के टीचर्स कालोनी में सामने आया था।पिछले दिनो 12 अगस्त की रात को मूसलाधार बारिश के कारण नदियों का पानी लोगो के घरों में घुसने के कारण क्षेत्र में रह रहे लोगो का सामान नदियों में बह गया और कई लोगो के मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए जिसके बाद क्षेत्रीय विधायक मात्र खाना पूर्ति हेतु भृमण पर पहुचे जहाँ पहले से मौजूद आम आदमी पार्टी के नेता रविन्द्र आनन्द के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने विधयक का घेराव किया
और समस्या को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया जिसके उपरांत विधायक जी ने जनता को ही कठघरे में खड़ा कर दिया और इस समस्या का समाधान करने की बजाय यह कह कर पल्ला झाड़ लिया की आपने यहाँ घर क्यो बनाया है।
जिसके बाद आप नेता और विधायक के बीच तीखी झड़प हुई।
क्योकि बरसात का मौसम है नदी नाले उफान पर है तो आये दिन नालो के उफान पर आने के कारण जनता के बीच अपनी जानो माल को लेकर डर बना रहता है।
तो भला कोंग्रेस के नेता इस आपदा में अफसर को हात से क्यो जाने दे।जनता में आम आदमी पार्टी का भड़ता विस्वास कांग्रेस को हजम नही हो पाया तो कांग्रेसियों ने भी आज विधायक जी का घेराव करने में समय नही लगाया।
अब प्रश्न उठता है की पिछले 20 सालों से प्रदेश में कोंग्रेस और भाजपा की सरकारें बारी बारी से शासन करती आई है।
और यह बरसाती आपदा हर साल लोगो के जानोमाल का नुकसान कर रही है तो इस समस्या का समाधान अबतक क्यो नही हो पाया क्या जनता मात्र कोंग्रेस औऱ बीजेपी का वोटबैंक मात्र बन कर रह गयी है। क्या जनता के दुख दर्द मात्र सरकारों के फोटोसेशन का एक जरिया है।
एक बातचीत में आप नेता रवींद्र आनंद ने कहा की जनता समाधान चाहती है और प्रदेश में तीसरा विकल्प ही मात्र एक समाधान है क्योंकि भाजपा और कांग्रेस ने बारी बारी जनता को झूठे अस्वासन देकर ठगने का काम किया है।