

देवभूमि जनसंवाद न्यूज़ देहरादून : उत्तराखंड के गढ़वाल व कुमाऊं मंडल के विभिन्न जिलों में अब कोरोना वायरस तैजी से फैल रहा है। प्रतिदिन मरीजों की संख्या में इजाफा होने से प्रशासन भी परेशान है। बुधवार को 38 नए कोरोना मरीज सामने आने के बाद अब प्रदेश में अब कोरोना संक्रमितों की संख्या 438 पहुंच गई है। नए मरीज मिलने के बाद प्रशासन अब संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की तलाश करने में जुट गया है। सभी संक्रमित देहरादून व टिहरी जिले में मिली हैं। कोरोना के 03 नए मरीज देहराूदन हरिद्वार में 06, पौड़ी में 13 और टिहरी जिले में 16 नए संक्रमित सामने आए हैं। पर्वतीय जिलों में संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा होने से प्रशासन की परेशानियां भी बढ़ गई हैं। संदिग्धों की पहचान कर सभी को क्वारंटाइन किया जाएगा ताकि बढ़ते संक्रमण के ग्राफ पर रोक लगाई जा सके। संक्रमण के बढ़ते ग्राफ के मद्देनजर अब प्रशासन प्रवासियों पर पैनी नजर बनाए हुए रखा है।
कोरोना से निपटने के लिए एक्सपर्ट ग्रुप तैयार सरकार ने कोरोना से निपटने के लिए एक्सपर्ट ग्रुप तैयार कर लिया है। यह सरकार को अहम सुझाव और सहयोग देगा। इसमें एम्स और आईएमए समेत राज्य के प्रमुख अस्पतालों के एक्सपर्ट शामिल हैं। स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी की ओर से मंगलवार देर शाम आदेश किए गए। यह ग्रुप एचएनबी मेडिकल विवि के कुलपति प्रोफेसर हेमचंद्रा की अध्यक्षता में गठित होगा।
वर्किंग ग्रुप भी बनाया गया
राज्य सरकार ने कोरोना से निपटने की प्रभावी रणनीति बनाने के लिए अफसरों में भी कार्य विभाजन किया। एक वर्किंग ग्रुप बनाया गया है। प्रभारी सचिव डॉ. पंकज पांडेय के नेतृत्व में टेस्टिंग, अपर सचिव युगल किशोर पंत को रिसोर्स मैनेजमेंट, सर्विलांस प्रो. हेमचंद्रा एवं क्लीनिकल मैनेजमेंट डॉ. आशुतोष सयाना के साथ ही ट्रेनिग का जिम्मा निदेशक स्वास्थ्य डॉ. एसके गुप्ता को दिया गया है।राज्य में कोरोना संक्रमण की दर में फिर वृद्धिदेहरादून। प्रवासियों में कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण राज्य में संक्रमण दर भी बढ़ गई है। सोमवार तक संक्रमण दर 1.86% थी, जो बढ़कर दो से ऊपर पहुंच गई है। राज्य में अभी तक कुल 23,076 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। 400 से अधिक लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इसके आधार पर राज्य की कुल संक्रमण दर 2.15 प्रतिशत के करीब है। हालांकि, यह आंकड़ा बाकी राज्यों की तुलना में कम है। राज्य में पहले भी संक्रमण दर दो से ऊपर गई थी। लेकिन, 42 दिनों से यह दर दो प्रतिशत से कम पर रही। अपर सचिव (स्वास्थ्य) युगल किशोर पंत ने बताया कि सरकार संक्रमण को रोकने के लिए पूरे प्रयास कर रही है।
हॉट-स्पॉट की संख्या बढ़कर 19 तक पहुंची
उत्तराखंड में हॉट स्पॉट की संख्या एक बार फिर बढ़कर 19 हो गई है। अफसरों के अनुसार, हरिद्वार जिले में सर्वाधिक 13 हॉट-स्पॉट बनाए गए हैं। जबकि देहरादून जिले में दो और ऊधमसिंहनगर में चार हॉट स्पॉट बनाए गए हैं।
तीन जिलों से एक भी सैंपल नहीं भेजा गया
मंगलवार को विभिन्न जिलों से 749 सैंपल जांच को भेजे गए। लेकिन, तीन जिलों से एक सैंपल तक नहीं गया। हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, बागेश्वर, उत्तरकाशी, चम्पावत से मंगलवार को एक भी सैंपल नहीं भेजा गया। पौड़ी से पांच सैंपल ही भेजे गए।
नैनिताल लौट रहा हर 124वां प्रवासी कोरोना पॉजिटिवहल्द्वानी। नैनीताल जिले में वापस लौट रहा हर 124वां व्यक्ति कोरोना पॉजीटिव है। पॉजीटिव मिलने की यह दर प्रदेश के सभी जिलों से सबसे ज्यादा है। मंगलवार दोपहर तक नैनीताल जिले में अब तक 16 हजार 880 लोगों की वापसी दर्ज हुई है। जिसमें से 136 लोग कोरोना पॉजीटिव पाए गए। नैनीताल अचानक ही प्रदेश में सबसे अधिक कोरोना प्रभावित जिला बन गया है। बीते दिनों 55 प्रवासियों की पॉजीटिव रिपोर्ट के बाद से जिले में लगातार आंकड़ा बढ़ता ही जा रही है। ऐसे में जिले में पहुंच रहे लोगों के बीच पॉजीटिव मरीजों की दर भी सबसे ज्यादा नैनीताल जिले में ही दर्ज हो रही है। नैनीताल के बाद सबसे ज्याद पॉजीटिव देहरादून जिले मे 74 हैं। कुमाऊं में ऊधमसिंहनगर जिले में 50 मरीज मिल चुके हैं। जबकि पर्वतीय जिलों में शुरूआती दौर में रही शांति के बाद अब तेजी से मरीज बढ़ रहे हैं।
प्रवासियों के अधिक संक्रमित मिलने के कारण यह आंकड़ा बढ़ रहा है। पर कई प्रवासी नैनीताल जिले से बाहर के भी हैं। अच्छी बात यह है कि अब तक स्थानीय स्तर पर कोई कोरोना पॉजीटिव नहीं मिला है।
डॉ. रशिम पंत, एसीएमओ हल्द्वानी
31 फेसिलिटेशन क्वारंटाइन सेंटर में 691
हाई कोर्ट के निर्णय के बाद प्रशासन ने फेसिलिटेशन क्वारंटाइन की संख्या को भी बढ़ा दिया है। वर्तमान में नैनीताल जिले के हल्द्वानी, रामनगर व नैनीताल तहसीलों में 31 फेसिलिटेशन क्वारंटाइन चल रहे हैं।
जिसमें 691 लोग रह रहे हैं। प्रवासियों की वापसी के साथ ही यह संख्या लगातार बदल रही है। कोरोना जांच में नेगेटिव आने के बाद इन लोगों को होम क्वारंटाइन में भेजा जा रहा है।