
देहरादून : आम आदमी पार्टी के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में शामिल होने की घोषणा के बाद आप नेता और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पहली बार 18 दिसंबर को हरिद्वार और देहरादून के दो दिनी दौरे पर आ रहे हैं।
इस दौरान जहां वो हरिद्वार गंगा आरती में शामिल होंगे तो देहरादून में ‘देवभूमि की बात मनीष सिसोदिया’ के साथ जैसे आयोजन के जरिए सीधे जनता से संवाद स्थापित करेंगे।
आप प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया ने बुधवार को मनीष सिसोदिया के कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि गत सप्ताह मनीष सिसोदिया, कुमांऊ दौरे पर आए थे, लेकिन तब उनका दौरा मुख्य रूप से कैंची धाम के दर्शन का ही था।
इसी दौरान हल्द्वानी में आयोजित संवाद में जनता के रुझान को देखते हुए अब वो हरिद्वार और देहरादून के दो दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं। इसी क्रम में वो 18 दिसंबर को सड़क मार्ग से नारसन बॉर्डर पहुंचेंगे जहां कार्यकर्ता उनका भव्य स्वागत करेंगे।
इसी दिन शाम को मनीष सिसोदिया हरिद्वार गंगा आरती में शामिल होंगे। उनका हरिद्वार में संत समुदाय के साथ भी मुलाकात भी तय है। 18 की रात हरिद्वार में बिताने के बाद वो 19 की सुबह सड़क मार्ग से देहरादून आएंगे। जहां रास्ते भर उनका कार्यकर्ता स्वागत करेंगे।
देहरादून में संवाद करेंगे
देहरादून। राजधानी देहरादूनमें पहुंचते ही सबसे पहले सिसोदिया शहीद स्थल पहुंच राज्य आन्दोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे, इसके बाद घंटाघर स्थित स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी की मूर्ति पर माल्यार्पण करेंगे।
इसी दिन दोपहर में उनका राज्य भर से आए सरकारी, निजी स्कूलों के प्रिंसिपल के साथ दिल्ली में स्कूली शिक्षा में किए गए प्रयोगों और नई शिक्षा नीति पर चर्चा करेंगे। दोपहर बाद दो बजे से वो गढ़वाल मंडल के सभी जिलों में संगठन के काम काज की समीक्षा लेंगे।
इसी कड़ी में शाम साढ़े चार बजे समाज के अलग- अलग अलग वर्ग के बुद्धिजीवियों के साथ ‘देवभूमि की बात ,मनीष सिसोदिया के साथ’ के नाम से संवाद होगा। जिसमें लोग उनसे सवाल पूछ सकेंगे। इस दिन बड़ी संख्या में लोग आप की सदस्यता भी लेंगे।
अरविंद पांडेय पर साधा निशाना
देहरादून। आम आदमी पार्टी ने कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय पर किसान आंदोलन के खिलाफ दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया है। आप प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया ने कहा कि अरविंद पांडेय अपने कार्यकर्ताओं को किसान बताते हुए, केंद्रीय कृषि मंत्री से मिलने चले गए।
यही नहीं वो दिल्ली में धरना दे रहे किसानों के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसान कानून में कमी नहीं है तो फिर केंद्र सरकार सुधार की बात क्यों कर रही है। सरकार किसानों की जायज मांग क्यों नहीं सुनती।