उत्तराखंड के सीएम के आदेशों को ताक पर रखकर फिलहाल उनके होम आईसोलेशन की कोई व्यवस्था यहां नहीं की गई है। बता दें कि अन्य राज्यों से बराबरी का सपना देख रहे देवभूमि के कई जिलों में अभी तक होम आईसोलेशन की कोई व्यवस्था नहीं है। त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रदेश में होम आइसोलेशन लागू करने की घोषणा कर दी है। इसके लिए गाईडलाईन भी जारी की जा चुकी है। बावजूद इसके नैनीताल जिला प्रशासन सीएम के इस आदेश से बेखबर नज़र आ रहा है। प्रशासन के इस रवैये से कोरोना मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना मरीजों को होटलो में आईसोलेट होने के लिए भारी रकम मजबूरन चुकानी पड़ रही है, जिससे उनकी जेब पर खासा असर पड़ रहा है। मरीज होम आईसोलेशन के लिए स्वास्थ्य विभाग के सामने गिड़गिड़ा रहे है।
लेकिन सीएम के आदेशों को ताक पर रखकर फिलहाल उनके होम आईसोलेशन की कोई व्यवस्था यहां नहीं की गई है। बता दें कि अन्य राज्यों से बराबरी का सपना देख रहे देवभूमि के कई जिलों में अभी तक होम आईसोलेशन की कोई व्यवस्था नहीं है। जिला नैनीताल स्वास्थ्य विभाग की माने तो यहां विभाग खुद को अभी होम आईसोलेशन की प्रक्रिया के लिए तैयार कर रहा है। नैनीताल डीएम द्वारा भी इस प्रक्रिया को लागू करने के लिए कोई एक्शन नहीं लिया गया है और ना ही इस ओर किसी प्रकार का कोई कार्य अबतक किया गया है।
उत्तराखंड के देहरादून जनपद में होम आइसोलेशन की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। प्रदेश सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाईन को नज़र में रखकर यहां कोरोना मरीजों को होम आइसोलेशन की अनुमति स्वास्थ विभाग द्वारा दी जा रही है। वही नैनीताल जिले के हल्द्वानी के नीम चौराहा स्थित गणपति विहार फेस-2 के निवासी कमल सिंह परिहार की माने तो कोरोना की पुष्टि होने के बाद उन्होंने होम आइसोलेशन की मांग की।
इस पर स्वास्थ विभाग द्वारा उनको अनुमति नहीं दी गई। कमल ने बताया कि उनके घर में वो सारी सुविधाएं है जो की होम आइसोलेशन की गाइडलाइन में जारी की गई है। बावजूद इसके अनुमति नहीं मिली। इसके लिए उन्होंने जिलाधिकारी को भी पत्र लिख होम आइसोलेशन की अनुमति मांगी, कही से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर उन्होंने खुद को शहर के एक होटल में आइसोलेट किया है