देहरादून : उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार शाम राज्यपाल को इस्तीफ़ा सौंप दिया,
जिसके बाद सीएम बदलने को लेकर राजनैतिक गलियारों में हलचल थम गयी लेकिन नये सीएम को लेकर तथा पिछले सीएम का कार्यकाल चर्चा का दिलचस्प विषय बन गया है,
इसी विषय पर आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया, प्रदेश अध्यक्ष एसएस कलेर व प्रदेश उपाध्यक्ष बसंत कुमार ने जहां एक ओर इसे डबल इंजन की सरकार को पटरी से पलटना बताया है, वहीं प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप दुम्का ने इसे उत्तराखंड की जनता के साथ धोखा करार दिया है, श्री दुम्का ने कहा कि भाजपा ने आखिर ऐसे व्यक्ति को सीएम बनाया ही क्यों जो सीएम बनने की योग्यता न रखता हो, जिसके लिये गये अब तक के निर्णय जनता के साथ खिलवाड़ साबित हुये हों, जिसने जनता की कमाई डुबाई हो,
आख़िर भाजपा ने समय रहते उन्हें सीएम पद से हटाया क्यों नहीं,
वहीं प्रदेश अध्यक्ष (विधि प्रकोष्ठ ) विनोद तिवारी ने कहा कि
भाजपा ने पूरे उत्तराखंडवासियों के साथ विश्वासघात किया है इसलिये भाजपा का विश्वासमत भी इस बार काम नहीं आने वाला आगामी विधानसभा चुनाव में जनता इस विश्वास घात का बदला अवश्य लेगी, भाजपा ने सरकार बनाने से पहले उत्तराखंड को विकसित करने, बेरोज़गारी दूर करने, शिक्षा का स्तर ऊँचा उठाने, स्वास्थ्य सेवाओं को उन्नत करने और भी ना जाने कितने वादे किये थे लेकिन जनता को क्या मिला 04 साल कमज़ोर नेतृत्व?,
नगर अध्यक्ष शाकिर अली ने कहा कि पिछले 20 सालों में कांग्रेस – भाजपा ने पायजामों की तरह मुख्यमंत्री बदले हैं, अब तक कुल 08 मुख्यमंत्री बदले जा चुके हैं, जिसमें त्रिवेंद्र नौवें नंबर के हैं,
विधानसभा सह – प्रभारी विनोद कुमार व पूर्व नगर अध्यक्ष देवेंद्र लाल व संगठन मंत्री प्रदीप साह ने एक सुर में कहा कि भाजपा का दसवां मुख्यमंत्री भी जनता पर बोझ साबित होगा, सिर्फ़ छः माह के लिये जनता ने उन्हें बर्दाश्त करना होगा उसके बाद चुनाव होने के कारण आचार संहिता लग जाएगी, दसवें सीएम के नाम के आगे पूर्व सीएम लग जायेगा और वो भी जनता के पैसों से सीएम को दी जाने वाली सारी सुविधाओं के पात्र बन जाएंगे, यही दुर्भाग्य है हमारा, भाजपा – कांग्रेस ने उत्तराखंड को कठपुतली बनाकर रख दिया है,
मुख्यमंत्री के सात दावेदारो में शेष बचे छ: फिर सीएम को काम नहीं करने देंगें जनता फिर त्रस्त रहेगी, आम आदमी पार्टी की सलाह है कि केंद्र से विधानसभा भंग करवाकर चुनाव आयोग तुरन्त चुनाव करवाए और प्रदेश वासियों को इस अंधेरगर्दी से मुक्त करे,
भाजपा द्वारा थोपे गये कमज़ोर नेतृत्व त्रिवेंद्र सिंह रावत के सीएम की कुर्सी छोड़े जाने पर
प्रदेश प्रवक्ता व नैनीताल विधानसभा प्रभारी प्रदीप दुम्का,
नैनीताल विधानसभा सह -प्रभारी विनोद कुमार, नगर अध्यक्ष शाकिर अली, नगर उपाध्यक्ष उमेश तिवारी, नगर उपाध्यक्ष हरीश सिंह बिष्ट, नगर महासचिव महेश आर्या, नगर मंत्री विजय साह, संगठन मंत्री प्रदीप साह,
नगर मंत्री नईम अहमद (निम्मो ), सतनाम सिंह संगठन मंत्री,ज्योलीकोट बूथ प्रभारी किशन लाल, महिला मोर्चा अध्यक्ष विद्या देवी, नगर उपाध्यक्ष सुनील कुमार, युवा नेता मो. बुरहान उर्फ शान अख्तर, मो. खुर्शीद हुसैन, मोहित राजपूत, ऋतिक, नवीन नैनवाल, जसप्रीत कौर, सचिव महिला मोर्चा, गोधन सिंह जलाल, एल एम पंत, हरीश चंद्र आर्या, रोबिन आर्या, संजय कुमार, शंकर बहुगुणा, प्रेम राम, दिनेश राम, आर एल साह, आर सी पंत, राहुल कुमार, प्रियांशु कुमार, निखिल कुमार, कुणाल बेदी, गौरव, दिनेश साह, सुरेश चंद्रा, राम नारायण, शाहनवाज़, सुखविंदर सिंह समेत पूरी नैनीताल विधानसभा कार्यकर्ताओं ने हर्ष व्यक्त किया व अगले मुख्यमंत्री के बजाय तुरंत चुनाव कराने की मांग की |