देहरादून,(देवभूमि जनसंवाद न्यूज़) गाज़ियाबाद, यमुना नदी के खादर इलाकों में बाढ़ का पानी तो कई दिन पहले लौट चुका है, लेकिन जिंदगी को पटरी पर लौटने में अभी वक्त लग रहा है। राहत कैंपों में रह रहे लोग तो सरकारी और गैर सरकारी संगठनों की मदद के सहारे गुजर-बसर कर रहे हैं, लेकिन तमाम परिवार ऐसे हैं जो राहत कैंपों तक पहुंचे ही नहीं है।
ऐसे में इन लोगों की मदद करने के लिए IAS ऑफिस सोनल गोयल सामने आई हैं। वे दिल्ली-यूपी बॉर्डर और अक्षरधाम मंदिर के निकट सड़क किनारे तंबुओं में रह रहे बाढ़ प्रभावितों को राहत सामग्री बांट रही हैं। उन्होंने अपने निजी संसाधनों से डेढ़ सौ से ज्यादा परिवारों को राशन, महिलाओं के लिए सेनेटरी पेड, बच्चों के लिए बिस्किट और कपड़े बांटे हैं। बता दें कि करीब एक महीने तक यमुना नदी में आई बाढ़ ने दिल्ली और यूपी के कई इलाकों में काफी नुकसान पहुंचाया। हजारों लोग बेघर हो गए। कई के आशियाने बरबाद हो गए।
IAS ऑफिसर सोनल गोयल बाढ़ से पीड़ित लोगों को ढूंढ-ढूंढकर उनकी मदद कर रही हैं। वे उन लोगों तक भी मदद पहुंचा रहीं हैं, जहां अभी तक कोई मदद नहीं पहुंची है। यहां लोगों के पास रहने के लिए बुनियादी सुविधाएं तक नहीं हैं। ऐसे में उनके इस प्रयास से बाढ़ से प्रभावित हुए लोगों की चिंताएं कुछ कम हो सकेंगी।
त्रिपुरा भवन में रेजिडेंट कमिश्नर के पद पर तैनात वरिष्ठ आईएएस अधिकारी सोनम गोयल ने बताया, डोनेशन ड्राइव के माध्यम से बाढ़ प्रभावित लोगों को जरूरत की चीजें पहुंचाई गई हैं। इस काम में उन्हें कई गैर सरकारी संस्थाओं ने भी मदद की है।
सोनल अपने एक दशक के करियर में समाजसेवा से जुड़े कई काम कर चुकी हैं। वे अपने पॉडकास्ट ‘वॉइस ऑफ वीमेन’ के जरिये महिलाओं की प्रेरणादायक कहानियां भी समाज के सामने ला रही हैं, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग उन महिलाओं के बारे में जान सकें, जो विभिन्न क्षेत्रों में भारत को गौरवान्वित कर रही हैं।