देहरादून : शताब्दी एक्सप्रेस के कोच में लगी आग ने बिहार के रामनाथ ठाकुर के परिवार की खुशियों को गम में बदल दिया है। ट्रेन के कोच में लगी आग में उनके बेटे की शादी के करीब पांच लाख रुपये गहने आग में जल गए। छह सूटकेशों में रखा सामान पूरी तरह जलकर राख हो गया। लाखों के नुकसान के बाद भी ठाकुर परिवार के आंसू थमने के नाम नहीं ले रहे हैं।
नई बस्ती बलवीर रोड देहरदून में रहने वाले रामनाथ ठाकुर मूल रूप से बिहारी के सीतामणि जिले के विशनपुर गांव के रहने वाले हैं। 21 फरवरी के उनके बेटे किशन ठाकुर की शादी हुई। बेटे की शादी के बाद रामनाथ पत्नी चंद्रकला, बेटे किशन, बहु चांदनी और बेटी सविता ठाकुर के साथ देहरादून लौट रहे थे। पत्नी चंद्रकला ने बताया कि दिल्ली से शताब्दी एक्सप्रेस से देहरादून के लिए चले। उनके पास छह सूटकेश थे। इसमें शादी के जेवरात, जमीन और बैंक के कागजात के साथ ही शादी का अन्य सामान भी था, लेकिन आग में सब जल गया। करीब पांच लाख रुपये के जेवरात थे, जिसमें चार मंगलसूत्र, नथ, कान की झुमकी, मांगटीका, कमर बंद, कंगन समेत अन्य जेवरात थे। रामनाथ की बेटी सविता किड़नी की मरीज है। उसका लंबे समय से इलाज चल रहा है। शनिवार को वह भी ट्रेन के साथ आ रही थी, जब ट्रेन में आग लगी तो पूरे परिवार वाले रोने लगे। जेबरात और सामान जलने के कारण उनके आंसू थम नहीं रहे। इससे उनकी बेटी की तबीयत और बिगड़ गई, उसे परिजनों ने देहरादून के निजी अस्पताल में भर्ती कराया है।