D.J.S News Dehradun : गुरदासपुर (पंजाब )शिवसेना बाल ठाकरे के जिला उप प्रधान अजय सलारिया (23) की पुराना शाला चौक में कुछ युवकों ने गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। सूचना मिलने के बाद बड़ी संख्या में शिवसेना कार्यकर्ता इकट्ठे हो गए। उन्होंने बताया कि इस घटना के पीछे पुलिस की लापरवाही है। क्योंकि चार दिन पहले हमलावरों के आने की जानकारी पुलिस को शिवसेना की ओर से दी गई थी। लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही। इस वजह से इतनी बड़ी वारदात हुई है।
जानकारी के अनुसार अजय सलारिया शिवसेना बाल ठाकरे का जिला उपाध्यक्ष था। वह शिवसेना जिला अध्यक्ष वरिंदर मुन्ना के साथ अक्सर पार्टी के कामों को लेकर जाया करता था। तीन युवक, जो कई मामलों में पहले ही वांछित हैं। अक्सर पुराना शाला चौक में पहुंचकर गुंडागर्दी करते थे। वरिंदर मुन्ना उनको रोकता था। युवक उसको धमकियां दे रहे थे।
मुन्ना पिछले कुछ दिनों से देश से बाहर था। शुक्रवार शाम को जब अजय सलारिया पुराना शाला चौक से गुजर रहा था तो इतने में तीन युवक मीता, प्रिंस और दीप वहां पहुंचे और अजय से मारपीट करनी शुरू कर दी। अजय जान बचाते हुए एक दुकान में घुसा तो तीनों ने उसे दुकान से बाहर निकलने को कहा। इसी दौरान आरोपियों ने अजय सलारिया पर दो गोलियां चला दी।
सांकेतिक तस्वीरएक गोली अजय के पेट के पास लगी और एक बाजू पर लगी। गोली मारने के बाद हमलावर मौके पर फरार हो गए। अजय को गुरदासपुर के एक निजी अस्पताल में लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सिविल अस्पताल में शिवसेना बाल ठाकरे के राज्य उप प्रमुख हरविंदर सोनी ने बताया कि तीन दिन पहले पुलिस को अलर्ट किया गया था कि तीनों आरोपी शाम छह-सात बजे पुराना शाला चौक में गुंडागर्दी करते हैं, लेकिन पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। हैं। अजय सलारिया पुत्र सौदागर सिंह निवासी जगतपुर खुर्द की माता बेटे के शव को देखकर बेसुध हो गई। अजय के पिता उसे विदेश में भेजने की तैयारी कर रहे थे।
पुराना शाला में शाम के वक्त दो गुटों के बीच झगड़ा हुआ जिसमें एक गुट की ओर से चलाई गई गोली में अजय सलारिया की मौत हो गई है। तीन युवकों को ट्रेसआउट कर लिया गया है और उनकी तलाश शुरू कर दी गई है। शिव सेना की ओर से जानकरी मिली थी कि कुछ पीओ आकर हंगामा करते हैं, जिसके बाद हमने वहां पुलिस को भेजा था, लेकिन मौके पर पुलिस को कोई नहीं मिला था। -स्वर्णदीप सिंह, एसएसपी गुरदासपुर