स्मार्टसिटी के नाम पर घंटाघर का सौंदर्यकरण बाथरूम टाइल्स से कर दिखाया अपना स्मार्टसिटी विजन : आनन्द

सुपुत्री की बैकडोर नौकरी के ट्रोल से बचने के लिए निम्न स्तर के हथकंडे अपना रहे मेयरः रविन्द्र सिंह आनंद

  • एशिया का एकमात्र ऐसा घंटाघर जिसने 6 साइड्स है, विश्व धरोहर का कर दिया क्या हाल।
  • संरक्षण और सौंदर्यकरण के नाम पर दून के दिल, हमारी ऐतहासिक धरोहर को लगा रहे भट्टा
  • स्मार्टसिटी के नाम पर घंटाघर का सौंदर्यकरण बाथरूम टाइल्स से कर दिखाया अपना स्मार्टसिटी विजन

देहरादून : देहरादून को स्मार्टसिटी बनाने के लिए सौंदर्यकरण के नाम पर देहरादून में स्तिथ विश्व धरोहर घंटाघर के आसपास बाथरूम टाइल्स लगा कर अपनी समझबूझ का परिचय राजधानी के महापौर ने दे दिया है। उसके बाद खुद की वाहवाही करवाने के लिए अपने कुछ चपलूसों से फेसबुक पर बधाई अभियान चलवा कर झूठी वाहवाही भी लूट रहे है।
उक्त आरोप आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रविंद्र सिंह आनंद ने लगाए। उन्होंने कहा कि हमारे देहरादून में विश्व धरोहर वो घंटाघर जिसकी स्थापना 1953 में हुई और जिसका इनॉगरेशन हमारे पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी ने किया था। इसको विश्व धरोहर इसलिए भी कह सकते है कि पूरे एशिया में यह ऐसा एकमात्र अर्चिटेक्टर है और घंटाघर है जिसकी 6 साइड्स है। इसका क्या हाल इन दिनों किया जा रहा है वो शहर भर के लोग देख कर हँसी उड़ा रहे है। उन्होंने कहा कि पिछले कई दिनों से मेयर सुनील उनियाल गामा की सुपुत्रि का नाम विवादों में आया, संबंधित नौकरी का मुद्दा दबाने के लिए आनन फानन में घंटाघर के चारों तरफ बाथरूम टाइल्स लगा कर उसे शहर का सौंदर्यकरण बताया जा रहा है। श्री आनंद ने कहा कि यही इसे देहरादून को स्मार्ट सिटी बनाए जाने से जोड़ा जा रहा है। राजधानी की धरोहर को बचाने के लिए इस तरह का सौंदर्यकरण देख कर कोई भी कह सकता है कि महापौर का स्मार्टसिटी विजन क्या है। ऐसे करेंगे वे राजधानी की धरोहरों का संरक्षण और सौंदर्यकरण। जबकि निगम के पास अपनी इंजीनियर्स की टीम है जो इसमें अच्छे से अच्छा कार्य कर सकते थे। परंतु इस कार्य के बाद मेयर साहब ने अपनी बुद्धि का परिचय दिया है।
रविन्द्र आनंद ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह सब गामा जी पिछले दिनों जो उनकी सुपुत्री की नौकरी को लेकर उनको ट्रोल किया जा रहा था उसको कवर करने के लिए कर रहे है।जनता को सब दिखाई भी दे रहा है और समझ में भी आ रहा है। बाहर से आने वाले पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र घंटाघर जो राजधानी की धरोहर है का कार्य इस घटिया तरीके से करवाया गया और फिर झूठी वाहवाही लूटने के लिए फेसबुक केंपेन चलाया गया। श्री आनंद ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से उनके कुछ चापलूस समर्थक जो उनकी बधाई और तरीफों की पोस्ट डाल कर उनकी वाहवाही कर रहे है मै उनसे से पूछना चाहूंगा कि पिछले दो साल से जब से गामा जी ने महापौर का पद संभाला है ऐसा क्या किया उन्होंने जिसके लिए उनको बधाई दी जाए। क्या उनमें से किसी का भी विजन यह रहेगा कि घंटाघर का संरक्षण और सौंदर्यकरण बाथरूम टाइल्स लगा कर किया जाए। कुल मिला कर साफ है कि सुपुत्री की बैकडोर एंट्री करा नौकरी के मुद्दे कोे दबाने के लिए यह सब किया जा रहा है।

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