
देवभूमि जनसंवाद न्यूज़ देहरादून : हरिद्वार की पहचान देश दुनिया में धर्मनगरी की है, लेकिन सूबे में सत्तासीन भाजपा के लिए यह अंदरूनी सियासत का अखाड़ा बन गई है। इससे भाजपा की अनुशासित पार्टी की छवि पर भी असर पड़ रहा है। एक-डेढ़ साल से यह सिलसिला जारी है। सियासी घमासान का अखाड़ा वही है, बस किरदार बदल जा रहे हैं। पहले खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल का विवाद रार-तकरार की सीमा लांघते हुए कोर्ट तक पहुंचा। बीचबचाव के प्रयास हुए मगर चैंपियन को अपने बड़बोलेपन का खामियाजा पार्टी से निष्कासन के रूप में उठाना पड़ा। अब ताजा बवाल हरिद्वार ग्रामीण से विधायक स्वामी यतीश्वरानंद और हरिद्वार से विधायक व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक के बीच छिड़ा है। विधायक इतने आगे बढ़ गए कि मंत्री पर करोड़ों की संपत्ति खुदबुर्द करने का आरोप लगा सीबीआइ जांच की मांग उठा दी है। देखते रहिए, आगे-आगे होता है क्या।