देवभूमि जनसंवाद न्यूज़ देहरादून : कॅरोना वायरस के गंभीर संकट ने पूरे देश और समाज को पूरी तरह से त्रस्त कर दिया है। इस वायरस के खिलाफ देश एक लम्बी लड़ाई लड़ रहा है। यह ना केवल संक्रमित व्यक्तियो की पहचान और उनके इलाज की है, अपितु सामाजिक दूरियों को पालन कराने की और समाज के गरीब वर्ग जो रोटी के अभाव मे भुखमरी की कगार मे पहुँच गए है, की मदद करने की है। अनेक सामाजिक संगठन इस दिशा मे सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग कर रहे है।
हर्षल फाउंडेशन जो कि एक समाजसेवी संस्था है,यह समाज के पिछड़े वर्गों ओर जरूरतमंदों के उत्थान और सहायता के लिए पिछले 10 वर्षों से सतत कार्यरत हैं। इसके कार्यछेत्रो मे दिव्यांगों का पुनर्वास, हिंसा से पीड़ित महिलाओ का पुनर्वास, बालिकाओं में मासिक धर्म स्वास्थ्य की शिक्षा व साधन प्रदान करना रहा हैं। कॅरोना की महामारी मे आमजन में सुरक्षा के उपायों की जानकारी देने और जरूरतमंद परिवारों ( जिनमें अधिकतर प्रतिदिन रोजी कमाने वाले है) के लिए राशन ओर भोजन की व्यवस्था करने में जुट गई है। संस्था ने 24 मार्च को ही एक हेल्पलाइन शुरू कर लोगो मे अपनी सेवाएं देना शुरू कर दिया था। अब तक 250 परिवारों को राशन ओर भोजन सामग्री दिया जा चुका है। राशन के पैकेट मे आटा, चावल, दाल, तैल, चीनी, मसाले, साबुन, आलू, प्याज आदि दिए गए। यह सुनिश्चित किया कि एक पैकेट एक परिवार के लिए कम से कम 2 सप्ताह के लिए काफी हो। पहले तो यह सब सामग्री सीधे ही दी जा रही थी। परंतु अब शासन के आदेशानुसार स्थानीय पुलिस स्टेशन के माध्यम से दे रहे है।
हेल्पलाइन के द्वारा जरूरतमंदों से यह भी जानकरी मिली कि कई परिवार छोटे बच्चों के लिए दूध की व्यवस्था नही कर पा रहे हैं। अब संस्था ने यह निश्चय किया है कि 1 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए दूध की सेवा भी दी जाएगी। इसके लिए एक हेल्पलाइन भी शुरू कर दी गई है।
यह भी देखा गया हैं कि जन साधारण मे अभी भी काफी लोग मास्क का प्रयोग नही कर रहे है। वह मास्क खरीदने की स्तिथि मे शायद नही है। अब संस्था मास्क वितरित करने की व्यवस्था भी कर रही है।
शुरुवाती दौर में संस्था ने अपने ही दम पर लोगो को उक्त सुविधाए प्रदान की।धीरे धीरे इस पुनीत कार्य मे लोगो ने सहयोग के हाथ बढ़ाये। हर्षल फाउंडेशन इन सेवाओं को जारी रखने के लिए दृढ़ संकल्प है।