नैनीताल। शहर में आवारा कुत्तों की समस्या के निदान के लिए जिला प्रशासन की पहल पर शुक्रवार को विशेष कार्य शुरू हो गया है। इसके निदान के लिए कुत्तों का बंधियाकरण किया जा रहा है। जिलाधिकारी सविन बंसल की उपस्थित में शुक्रवार को एबीसी सेंटर में इसकी शुरूआत हुई।जिलाधिकारी ने इस मौके पर बताया कि नगर में आवारा कुत्तों की समस्या की लगातार शिकायतें मिल रही थीं, इसको ध्यान में रखकर कुत्तों की संख्या में नियंत्रण के लिए बंधियाकरण की कार्यवाही करायी जा रही है। एबीसी सेंटर में सभी मानकों का पालन करते हुए चयनित कुत्तों का बंधियाकरण शुरू हो गया है। उन्होंने बताया कि 655 कुत्ते बंधियाकरण के लिए चिन्हित हैं। कुत्तों के बंधियाकरण के साथ ही एण्टीरेबीज के इंजेक्शन भी लगाये जायेंगे। उन्होंने अधिशासी अधिकारी को नगर में कुत्तों की अत्यधिक संख्या वाले क्षेत्रों में बंधियाकरण कार्य प्राथमिता से कराने, पालिका के 4 कार्मिकों को एनजीओ से कुत्तों के पकड़ने का प्रशिक्षण दिलाने के निर्देश दिए ताकि भविष्य में पशुपालन तथा नगर पालिका संयुक्त रूप से बंधिकरण कार्य सम्पादित कर सके। उन्होंने कहा कि कुत्तों को पकड़ने का प्रशिक्षण लेने एवं सहयोग प्रदान करने वाले चारों कार्मिकों को ईनाम स्वरूप 5-5 हजार रूपये दिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि अधिशासी अधिकारी तथा उप जिलाधिकारी की संयुक्त संतुष्टि रिपोर्ट के आधार पर ही एनजीओ को बंधियाकरण कार्य का भुगतान किया जायेगा। आवारा कुत्तों के बाद रजिस्टर्ड पालतू कुत्तों का बंधियाकरण एवं वैक्सीनेशन कार्य किया जाएगा।बंधियाकरण कार्य एचएसआईआई के डाॅक्टर अशोक कुमार द्वारा तथा कुत्तों को पकड़ने का कार्य संस्था डाॅग कैचिंग एक्सर्पट विनोद कुमार, सुरेश कुमार, किरन किरमोला के साथ ही पालिका के चार कार्मिकों द्वारा सहयोग प्रदान किया जा रहा है। इस अवसर पर एचएसआईआई संस्था की तृप्ति, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ.पीसी भण्डारी, पीएफए दीन दयाल भट्ट, उप जिलाधिकारी विनोद कुमार, अधिशासी अधिकारी अशोक कुमार वर्मा, ईश्वर सिंह रावत आदि मौजूद थे।
