अल्मोड़ा। मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं में एक ‘‘कोसी पुर्नजनन अभियान‘‘ को एक जन अभियान के रूप में आगे बढ़ाया जाय यह निर्देश आयुक्त कुमाऊ मण्डल राजीव रौतेला ने वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि इस अभियान में लोगो की सहभागिता सुनिश्चत किये जाने व इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किये जाने केे उददेश्य से माह में एक बार कोसी दिवस के रूप में मनाया जाय जिससे लोगो के मन में यह अभियान जीवंत रहे। इस दिवस के माध्यम से कुछ न कुछ गतिविधिया कोसी कैचमैण्ट क्षेत्र में करायी जाय जिससे लोग अभियान से जुड़े रहें। आयुक्त ने कहा कि इस अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रम, गोष्ठियाॅ, विद्यालयों में पेटिंग, क्वीज प्रतियोगितायें, अन्य खेल गतिविधियाॅ अनवरत् रूप से चलती रहें। उन्होंने कहा कि यह अभियान एक या दो वर्षों का नहीं है यह एक दीर्घकालीक अभियान है। उन्होंने कहा कि इसके परिणाम दो-चार वर्षों में न आकर लगभग दशकों के बाद आयेंगे।आयुक्त ने कहा कि ग्राम पंचायतों का गठन वर्तमान में हो चुका है इसके लिए नये जनप्रतिनिधियों जिनमें जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधानों की अधिकाधिक सहभागिता हो इसके लिए उनकी कार्यशाला जिलाधिकारी स्तर से आयोजित की जाय और पूरे अभियान के बारे में उन्हें भिज्ञ कराया जाय। इस अभियान में एन0जी0ओ0, वन पंचायतों, ग्राम पंचायतों, स्वयं सहायता समूहों, महिला मंगल दलो आदि की सहभागिता को लगातार जारी रखा जाय इन लोगो के बिना इस अभियान में सफलता प्राप्त करना असम्भव है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा इस अभियान को सराहा गया है व उनके द्वारा जो भी धनराशि अभियान के लिए जारी की जाती है उसका सदुपयोग व उपयोगिता प्रमाण पत्र यथाशीघ्र प्रेषित किया जाय ताकि अगली किश्त समय से जारी हो सके। इस दौरान आयुक्त ने द्वितीय चरण में हुए कार्यों की प्रगति व आने वाले समय की कार्य योजना की समीक्षा की।जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने बताया कि द्वितीय चरण में 14 रिचार्ज जोनो के विभिन्न क्षेत्रों में चाल-खाल, टैªंच, इनफिल्टरेशन होल, चैकडैम, खन्तियों आदि का कार्य किया गया है जो कि वर्तमान में भी जारी है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में इस अभियान के माध्यम से 171 मिलीयन क्यूबिक ली0 पानी की बचत की गयी है। जिलाधिकारी ने बताया कि पौधो का सर्वाईवल रेट काफी अच्छा है। प्रथम एवं द्वितीय चरण के मृत पौधो में पुनः वृक्षारोपण का कार्य भी किया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि कोसी अभियान से सम्बन्धित सभी जानकारियों के लिए विकास भवन में कोसी सचिवालय की स्थापना भी की गयी है जिसमें तकनीकी विशेषज्ञ के रूप में जलागम परियोजना के परियोजना प्रबन्धक को जिम्मेदारी सौंपी गयी हैं। उन्होंने बताया कि इस वर्ष कोसी समिट का द्वितीय सेमिनार प्रस्तावित किया गया है जो फरवरी या मार्च में कराया जायेगा जिसमें देश-विदेश जल सवर्द्धन के विशेषज्ञ प्रतिभाग करेंगे।वीडियो क्रान्फेसिंग में उपस्थित एन0आर0डी0एम0एस0 के प्रो0 जे0एस0 रावत ने अपने सुझाव देते हुए कहा कि रिचार्ज जोन के क्षेत्रों में मैकेनिकल ट्रीटमेंट किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस अभियान की सफलता हेतु पेड़ों के गिरने वाले पिरूल से पौधो को होने वाली हानि को रोकना जरूरी है। इसके अलावा प्रथम एवं द्वितीय चरण में मृत हुए पौधो पर नया पौधरोपण के कार्य की गति में तेजी लाना आवश्यक होगा। उन्होंने इस अभियान के सम्बन्ध में एक समिति गठित करने का भी सुझाव रखा। मुख्य विकास मनुज गोयल ने अभी तक हुई प्रगति के बारे में आयुक्त को अवगत कराते हुए कहा कि माह जुलाई में जागरूकता कार्यक्रम के अन्तर्गत एक महीने का कार्यक्रम समस्त रिचार्ज जोनो के क्षेत्रों में किया गया जिसमें स्थानीय लोगो, स्कूली बच्चों, सहकारिता सचिवों व अन्य लोगो द्वारा प्रतिभाग किया गया जिसका व्यापक सन्देश सम्बन्धित क्षेत्रों में गया। इस अवसर पर प्रभागीय वनाधिकारी सिविल सोयम के0एस0 बिष्ट, जिला विकास अधिकारी के0के0 पंत, आपदा प्रबन्धन अधिकारी राकेश जोशी, वन क्षेत्राधिकारी संचिता वर्मा, बी0डीओ0 हवालबाग पंकज काण्डपाल, बी0डी0ओ0 ताकुला किशन राम के अलावा इस अभियान से जुड़े अन्य अधिकारी उपस्थित थे।