अल्मोड़ा। विद्यालयी शिक्षा की मध्याह्न भोजन योजना की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने खण्ड शिक्षा अधिकारियों को प्रत्येक माह विद्यालयों में निरीक्षण करने के निर्देश दिये। कलैक्ट्रेट में हुई बैठक में उन्होंने निर्देश दिये कि विद्यालयों में निरीक्षण करते हुए भोजन की गुणवत्ता व साफ-सफाई को देखा जाय और उसकी रिर्पोट निदेशालय व जिला कार्यालय को भी प्रेषित की जाय।जिलाधिकारी ने कहा कि मध्याह्न भोजन योजना का उद्देश्य प्राथमिक स्तर के बच्चों को अतिरिक्त पोषण उपलब्ध कराने के साथ-साथ पोषण में सुधार और बच्चों को स्कूलों की ओर आकर्षित करना है। उन्होंने कहा कि भोजन लोहे की कढ़ाई में बनाया जाय ताकि बच्चों को एनीमिया रोग से बचाया जा सके। रसाई घर की साफ-सफाई व स्टोर रूम की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाय। उन्होंने कहा कि जिन विद्यालयों में एल0पी0जी0 गैस नहीं है उनकी सूची भेज दें ताकि वहाॅ पर एल0पी0जी0 गैस उपलब्ध करायी जा सके। उन्होंने विद्युत व पेयजल विहीन विद्यालयों की सूची भी सम्बन्धित अधिकारियों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये साथ ही कहा कि ऐसे विद्यालयों में पेयजलध्विद्युत संयोजन यशाशीघ्र उपलब्ध करायें। इसके अलावा खाद्यान्न की उपलब्धता के लिए जिला पूर्ति अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने विद्यालयों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कराये जाने वाले स्वास्थ्य परीक्षण में स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग आपसी समन्वय बनाने के साथ ही रोस्टर जारी करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जिन बच्चों में गम्भीर रोग के लक्षण पाये जाते है उन्हें हायर सेन्टर हेतु रैफर कर उनकी निगरानी भी की जाय। उन्होंने ब्लाॅक स्तरीय बैठकों का आयोजन मासिक रूप में किये जाने के निर्देश खण्ड शिक्षा अधिकारियों को दिये। बैठक में जिला शिक्षाधिकारी माध्यमिक एच0बी0 चन्द, राय साहब यादव, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 विनीता शाह, अधीक्षण अभियन्ता जल संस्थान के0एस0 खाती, अधिशासी अभियन्ता विद्युत डी0डी0 पांगती, जिला कार्यक्रम अधिकारी मनविन्दर कौर, पूर्ति अधिकारी जगदीश वर्मा, एम0डी0एम0 समन्वयक जया बिष्ट के अलावा समस्त खण्ड शिक्षाधिकारी, उप शिक्षाधिकारी व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
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March 18, 2025
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