देहरादून। ग्लेनमार्क फार्मास्युघ्टिकल्स, एक शोध-प्रवर्तित, एकीकृत वैश्विक फार्मास्युटिकल कंपनी, ने घोषणा की है कि इसने फैबिफ्लू पर एक पोस्ट मार्केटिंग सर्विलांस (पीएमएस) स्ट्डी शुरू की है। इसकी मदद से 1000 मरीजों में दवा के असर और सुरक्षा पर करीब से नजर रखी जाएगी जिसे ओरल एंटीवायरल के साथ प्रेस्क्राइब किया गया है। यह अध्ययन एक ओपन लेबल, मल्टी सेंटर, सिंगल आर्म स्टडी के हिस्से के तौर पर किया जाएगा।
ग्लेनमार्क ने फैबिफ्लू की कीमतों में भी 27 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की है। नई एमआरपी 75 रुपये प्रति टैबलेट है जबकि पहले यह 103 रुपये प्रति टैबलेट थी। कीमतों में यह कटौती उच्ची परिणाम और बेहतर पैमाने से मिले फायदों की बदौलत संभव हुई है। एपीआइ एवं फॉर्मुलेशंस दोनों को ग्लेनमार्क की भारत स्थित फैसिलिटीज में बनाया गया है। इसके लाभ अब देश में रोगियों तक पहुंच रहे हैं। ग्लेनमार्क ने देश में अपनी खुद की इन-हाउस आरएंडडी टीम के जरिये फैबिफ्लू के लिए एक्टिव फार्मास्युघ्टिकल इंग्रीडिएंट (एपीआइ) और फॉर्मुलेशन को सफलतापूर्वक विकसित किया है। इस तरह दीर्घकालिक उत्पादन और विनिर्माण के संबंध में इसकी आत्मनिर्भरता सुनिश्चित होगी। इस मामले पर आलोक मलिक, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट एवं हेड-भारत व्यावसाय, ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड ने कहा, “हमें उम्मी्द है कि यह पोस्ट मार्केटिंग सर्विलांस स्टडी दवा के चिकित्सीय असर और सुरक्षा पर और प्रकाश डालेगी क्योंकि व्यापक पैमाने पर मरीजों को फैबिफ्लू प्रिस्क्राइब की जा रही है। इस महामारी की शुरुआत से ही हमारी प्राथमिकता भारत में रोगियों को कोविड-19 के लिए एक प्रभावी उपचार प्रदान करना रही है। साथ ही हम जनता के लिए दवा की सुलभता सुनिश्चित कर रहे हैं। हमारे आतंरिक शोध दर्शाते हैं कि हमने दूसरे देशों में स्वीकृत फैविपायरावायर की लागत की तुलना में भारत में सबसे कम दामों में फैबिफ्लू को लॉन्च किया। और अब हमें आशा है कि कीमतों में और कटौती से यह दवा देशभर के कई और रोगियों तक पहुंचने में सक्षम होगी।