अल्मोड़ा। तीन दिवसीय जागेश्वर महोत्सव के अन्तिम दिन रंगारंग व सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों से जागेश्वर धाम में खूब चहल पहल रही। इस दौरान गजेन्द्र राणा, खुशी जोशी, गोविन्द दिगारी, दक्ष कार्की, गोपाल गोस्वामी, किशन महिपाल, मीना राणा, माया उपाध्याय व बलबीर सिंह राणा आदि लोक गायकों ने अपनी आवाज का जादू बिखेर कर समा बाध दिया। उन्होने अपने कुमाऊनी व गढवाली गीतों से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। बाल गायक दक्ष कार्की इस दौरान मुख्य आकर्षण के केन्द्र रहे। उन्होंने ‘‘सुन ले दगड़िया‘‘ व ‘‘उत्तराणी कौतिक लागी रौ‘‘ गीतो से लोगो को भाव विभोर कर दिया। इसके अलावा अन्य गायकों ने अपनी गायिका का ऐसा जादू बिखेरा कि पाण्डल पर उपस्थित सभी लोग झूमने लगे। महोत्सव में अनेक सांस्कृतिक दलो ने अपनी-अपनी मनमोहक प्रस्तुतिया दी।इस दौरान प्रातः 7ः00 बजे से ध्यान एवं योग कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। ततपश्चात मन्दिर प्रबन्धन समिति द्वारा कुमाऊनी परिधान, लोक संस्कृति (झोड़ा, चाचरी, सामाजिक पहलुओं पर आधारित नाटक एवं गीत) प्रतियोगिता, समूहों द्वारा तैयार उत्पादों की प्रर्दशनी, चमुवा गाॅव में सहासिक कार्यक्रम, जागेश्वर जटा गंगा उद्गम स्थल में टैªकिंग, साईकिल दौड़, उद्गम स्थल, शौकियाथल, वृद जागेश्वर, ऐरावत गुफा जागेश्वर में वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। तीन दिवसीय महोत्सव के दौरान विभिन्न प्रतियोगितायें आयोजित की गयी। प्रतियोगिता में विजेताओं को पुरस्कार वितरण भी इस दौरान किया गया। जागेश्वर महोत्सव के दौरान पहली बार ऊॅट की सवारी को लोगो ने खूब पसन्द किया। बच्चों ने ऊॅट की सवारी का भरपूर मजा लिया। इसके अलावा साहसिक गतिविधियों ने भी लोगो का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया जिसमें लोगो ने बढ़चढ़ कर साहसिक गतिविधिया का लुत्फ उठाया। इन कार्यक्रमों में उपजिलाधिकारी मोनिका, प्रबन्धक भगवान भटट, उपाध्यक्ष गोविन्द गोपाल, पुजारी प्रतिनिधि भगवान भटट, हरीमोहन भटट, आजीविका केे प्रबन्धक कैलाश भटट, डा0 अजीत तिवारी, आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन विभु कृष्णा, कैलाश डोलिया, बृजेश डसीला ने किया।
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March 18, 2025
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